रांची: राज्य के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की हेमंत सोरेन से मुलाकात को लेकर जहां भाजपा सत्ता पक्ष पर निशाना साधती नजर आ रही है, वहीं सत्ता पक्ष के लोग इसे औपचारिक मुलाकात बता रहे हैं.
भाजपा ने सीएम चंपाई की हेमंत से मुलाकात को लेकर उठाए सवाल
चंपाई सोरेन और हेमंत सोरेन की मुलाकात को लेकर विपक्ष के भाजपा नेता सवाल उठा रहे हैं. भाजपा का कहना है कि झारखंड के संथाल परगना में होने वाले चुनाव से एक दिन पहले इस मुलाकात से झामुमो लोगों को क्या संदेश देना चाहता है? भाजपा ने इस मुलाकात को पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित बताया है. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अविनेश कुमार ने कहा कि यह दुर्भाग्य का विषय है कि जेल में बंद आरोपी से मिलने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन जाते हैं.
चंपाई और हेमंत एक ही थाली के चट्टे-बट्टेः अविनेश कुमार
उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन ने पहले ही कह दिया है कि वह हेमंत पार्ट 2 हैं. ऐसे में उनका मिलना कही से भी लोगों के बीच कोई संदेश नहीं देगा. क्योंकि संथाल परगना की जनता को पहले से ही पता है कि कहीं न कहीं हेमंत सोरेन और चंपाई सोरेन एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं. दोनों ही भ्रष्टाचार का समर्थन करने वाली पार्टी है. लेकिन इस बार जनता दोनों को सत्ता से हटाने का मूड बना चुकी है.
भाजपा प्रवक्ता अविनेश कुमार ने आगे कहा कि कांग्रेस नेता आलमगीर आलम भी फिलहाल होटवार जेल में हैं. फिर भी उन्होंने पद से नहीं हटाया गया. वहीं मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का एक घंटे तक मुलाकात करना ये बतलाता है कि मुख्यमंत्री मुलाकात के माध्यम से लोगों के बीच राजनीतिक संदेश देना चाहते हैं, ताकि मतदान के दिन भावना में आकर लोग इंडिया गठबंधन के पक्ष में मतदान करें, लेकिन पूरे देश के साथ-साथ झारखंड में भी भाजपा के पक्ष में हवा चल रही है.झामुमो और कांग्रेस के नेता जितना भी प्रयास कर ले, लेकिन संथाल परगना में उनका वापस आना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है.
जेल का जवाब एक जून के मतदान में जनता जरूर देगीः झामुमो
वहीं भारतीय जनता पार्टी के द्वारा उठाए गए सवाल पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता तनुज खत्री बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी किसी भी मुलाकात को राजनीतिक रूप दे देती है. क्योंकि वह सिर्फ राजनीति करते हैं, मानवता से वो कोसों दूर हैं. जेएमएम प्रवक्ता तनुज खत्री ने कहा कि चुनाव से पहले एक मुलाकात जब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की नींद उड़ा सकती है तो यदि हेमंत सोरेन बाहर रहते तो इनका सूपड़ा साफ हो जाता. उन्होंने कहा कि इस जेल का जवाब एक जून के मतदान में जनता जरूर देगी.
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