रायपुर: देश में लोकसभा चुनाव यानि की आम चुनाव का ऐलान हो गया है. भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से ऐलान किया गया कि 19 अप्रैल से देश में लोकसभा चुनाव के तहत वोटिंग की प्रक्रिया शुरू होगी. जबकि चार जून को नतीजे आएंगे. छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान होंगे. राज्य में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और सात मई को मतदान होंगे.
नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर सबसे पहले वोटिंग: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत सबसे पहले बस्तर (एसटी सीट) में वोटिंग होगी. यहां 19 अप्रैल को मतदान होगा. जबकि कांकेर की एसटी सीट, राजनांदगांव और महासमुंद में 26 अप्रैल को मतदान कराए जाएंगे. जबकि बची हुई सात लोकसभा सीटों जिसमें सरगुजा (एसटी), रायगढ़ (एसटी), जांजगीर-चांपा (एससी), रायपुर, दुर्ग, कोरबा और बिलासपुर पर 7 मई को वोटिंग होगी.
19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग: छत्तीसगढ़ में पहले चरण यानि की 19 अप्रैल के मतदान के लिए गजट अधिसूचना 20 मार्च को जारी की जाएगी. 20 मार्च से नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. पहले चरण के तहत नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 27 मार्च होगी. नामांकन की जांच 28 मार्च तक की जा सकेगी. 30 मार्च नामांकन वापसी की अंतिम तारीख है.
दूसरे चरण 26 अप्रैल की वोटिंग और अधिसूचना पर नजर: 26 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए अधिसूचना 28 मार्च को जारी की जाएगी. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 4 अप्रैल होगी और अगले दिन तक जांच पूरी हो जाएगी. उम्मीदवार 8 अप्रैल तक अपनी उम्मीदवारी वापस ले सकते हैं.
तीसरे चरण के लिए कब होगी अधिसूचना होगी जारी: तीसरे चरण यानि की 7 मई के मतदान के लिए अधिसूचना 12 अप्रैल को जारी की जाएगी, जबकि नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 अप्रैल होगी. इस फेज के लिए नामांकन की जांच 20 अप्रैल को पूरी होगी. तीसरे चरण के लिए उम्मीदवार 22 अप्रैल तक अपना नाम वापस ले सकते हैं.
सीएम साय ने किया बीजेपी की जीत का दावा: चुनाव की घोषणा होने के साथ ही राजनीतिक दलों की तरफ से जीत के दावे शुरू हो गए हैं. छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि" "लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. पूरा भारत लोकतंत्र के इस महान त्योहार में उत्साहपूर्वक भाग लेने के लिए उत्साहित है."
"पिछले दस सालों में पीएम नरेंद्र मोदी जी के कुशल और मजबूत नेतृत्व में देश ने 'सबका साथ, सबका विकास' के लक्ष्य को साकार करते हुए अभूतपूर्व प्रगति की है.छत्तीसगढ़ में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से पीएम मोदी द्वारा दी गई सभी प्रमुख चुनावी गारंटी पूरी हो गई है. जिसके कारण पार्टी सभी 11 लोकसभा सीटों पर कमल खिलाने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है. हम मोदी जी को केंद्र की सत्ता में वापस लाएंगे और भारत को विश्व गुरु बनाएंगे": विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़
कांग्रेस ने परिवर्तन का दावा किया: कांग्रेस की तरफ से चुनाव में परिवर्तन की बात कही जा रही है. कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि देश में परिवर्तन की लहर है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में परिवर्तन का दावा किया.
"प्रदेश कांग्रेस के 23000 से अधिक बूथों, जिला समितियों, ब्लॉक समितियों के कार्यकर्ता पूरी तरह तैयार हैं. यहां विधानसभा समितियों और वार्ड समितियों में पार्टी कार्यकर्ता चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयारी कर चुके हैं. हम मोदी सरकार की 10 वर्षों की असफलताओं को लोगों के बीच उठाएंगे. लोगों को कांग्रेस के वादों से अवगत कराएंगे.राज्य की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए मतदान तीन के बजाय एक या दो चरणों में कराए जाने चाहिए थे." सुशील आनंद शुक्ला, प्रवक्ता, कांग्रेस
छत्तीसगढ़ में कुल 11 सीटों पर लोकसभा चुनाव होने हैं. इनमें चार सीटें अनुसूचित जनजाति और एक सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 11 में से कुल 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस को बस्तर और कोरबा लोकसभा सीट पर जीत हासिल हुई थी.