जमशेदपुरः लोकसभा चुनाव को लेकर सभी ने कमर कस ली है. भाजपा अपने प्रत्याशी की घोषणा कर चुकी है और वर्तमान सांसद विद्युत वरण महतो पर भरोसा जताया है. वहीं महागठबंधन की ओर से पत्ते नहीं खोले गये हैं. सीट शेयरिंग पर भी अब तक फैसला नहीं हो पाया है. भले अब बीजेपी के सामने कोई चेहरा नहीं आया है लेकिन महागठबंधन बीजेपी सांसद के कार्यकाल को विफल करार दे रही है.
भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड में 11 प्रत्याशियों की घोषणा की है, जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो को जमशेदपुर लोकसभा का टिकट दोबारा दिया गया है. इसके बाद से ही भाजपा ने संगठन स्तर पर चुनाव की तैयारी कर दी है. वहीं इडिया गठबंधन की ओर से अभी तक कोई प्रत्याशी की घोषणा नहीं होने से इन दलों के कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति है. इसको लेकर कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी को इस बारे में जल्द फैसला लेना चाहिए जिससे कार्यकर्ता के साथ-साथ पार्टी चुनाव की तैयारी कर सके और एक नाम और चेहरे के साथ आगे बढ़ सके. फिर भी महागठबंधन दलों के नेता बीजेपी सांसद के कार्यकाल को विफल बताने से पीछे नहीं हट रहे.
विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनतंत्र मोर्चा ने भाजपा सासंद विद्युत वरण महतो को दोबारा टिकट मिलने पर खुशी जरूर जताई है. लेकिन उनके कार्यकाल को विफल बताया है. भाजमो नेता संजीव आचार्य कहते हैं कि लगातार दो बार सांसद रहने के बाद भी विद्युत वरण महतो ने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिससे जनता उन्हें फिर से वोट देकर सांसद बनाएं. भाजमो नेता ने कहा कि स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में किसी तरह की कोई पहल नहीं की गयी है. इसके साथ-साथ ट्रेन के मामले में जमशेदपुर लोकसभा को कोई नई ट्रेन नहीं मिली. धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के मामले पर भी सिर्फ कोरी बयानबाजी ही हुई है.
भाजपा के नेता विपक्ष की बातों को दरकिनार करते हुए कहते हैं कि सासंद विद्युत वरण महतो के कार्यकाल में जितना विकास हुआ उतना किसी के कार्यकाल में नहीं हुआ. पार्टी नेता अमर सिंह ने कहा कि सासंद विद्युत वरण महतो पर पार्टी ने एक बार फिर भरोसा जताया है तो आने वाले दिनों में इसका लाभ पार्टी को जरूर मिलेगा. उन्होंने महागठबंधन के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
फिलहाल लोकसभा चुनाव की तिथि की घोषणा अब तक नहीं हुई है. लेकिन हो सकता इस सप्ताह के अंदर चुनाव आयोग तारीखों का एलान कर दे. एक तरफ भाजपा ने उम्मीदवार की घोषणा करके अपनी तैयारी बूथ स्तर तक कर दी है. लेकिन विपक्ष ने अभी तक प्रत्याशी की घोषणा नहीं करने से उनके दलों के कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. क्योंकि वर्तमान सासंद विद्युत वरण महतो पर कार्य नहीं करने का आरोप लगाकर जनता के बीच जाने के लिए अब तक ना कोई नाम और कोई ना ही कोई चेहरा उपस्थित है.
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