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पलामू के मेदिनीनगर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट या खेल का मैदान! क्यों राजनीतिक और सामाजिक संगठन हुए एकजुट - Water Treatment Plant

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 12, 2024, 10:12 PM IST

Housing colony Medininagar ground.जलापूर्ति योजना फेज टू के तहत मेदिनीनगर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण के स्थल को लेकर सवाल उठने लगे हैं. स्थानीय सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का स्थान बदलने का आग्रह किया है.

Water Treatment Plant
मेदिनीनगर का हाउसिंग कॉलोनी मैदान. (फोटो-ईटीवी भारत)

पलामूः मेदिनीनगर का इलाका देश भर में पेयजल संकट के लिए जाना जाता है.गर्मी के दिनों में कई इलाके ड्राई जोन में तब्दील हो जाते हैं और लोगों पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है. करीब डेढ़ लाख की आबादी को पेयजल की संकट से दूर करने के लिए मेदिनीनगर जलापूर्ति योजना फेज 2 की शुरुआत की गई है.इस योजना के तहत वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाना है.

मेदिनीनगर के हाउसिंग कॉलोनी मैदान में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के विरोध पर रिपोर्ट और जानकारी देते संवाददाता नीरज कुमार. (वीडियो-ईटीवी भारत)

खेल मैदान के रूप में इस्तेमाल होने वाले स्थान पर बन रहा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

मेदिनीनगर के हाउसिंग कॉलोनी के मैदान में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है. जिस जगह पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है, वह हाउसिंग बोर्ड की जमीन है. इस जमीन को लंबे अरसे से खेल के मैदान के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.

राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने सीएम को लिखा पत्र

वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठन एकजुट हो गए हैं. राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने एक संयुक्त पत्र राज्य के सीएम हेमंत सोरेन को भेजा है. पत्र के माध्यम से वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के जगह को बदलने का आग्रह किया गया है.

मेदिनीनगर में नहीं है एक भी खेल मैदान

दरअसल, मेदिनीनगर के इलाके में खेल का मैदान नहीं है. इस कारण खिलाड़ी यहां प्रैक्टिस करने के लिए पहुंचते हैं. साथ ही राजनीतिक जनसभा के लिए भी हाउसिंग कॉलोनी के मैदान इस्तेमाल होता है. मेदिनीनगर के इलाके में पहले से मौजूद जिला स्कूल का मैदान सीएम एक्सीलेंस स्कूल के रूप में चयन हो गया है, वहीं गांधी मैदान पार्क के रूप में विकसित हो चुका है. शिवाजी मैदान में राजनीतिक सभा के लिए जिला प्रशासन ने 90 हजार रुपये शुल्क निर्धारित कर रखा है.

वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के स्थान को बदलने का आग्रह

इस संबंध में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक ने कहा कि मामले में सीएम को पत्र लिखा गया है और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के स्थान को बदलने का आग्रह किया गया है.पलामू की इलाके में खेल के मैदान नहीं है. राष्ट्रीय जनता दल के नेता रामनाथ चंद्रवंशी ने कहा कि खेल के मैदान को बचाने के लिए राजनीतिक और सामाजिक संगठन एकजुट हुए हैं और ट्रीटमेंट प्लांट की जगह बदलने का आग्रह कर रहे हैं.

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मेदिनीनगर के हाउसिंग कॉलोनी मैदान में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के विरोध पर रिपोर्ट और जानकारी देते संवाददाता नीरज कुमार. (वीडियो-ईटीवी भारत)

खेल मैदान के रूप में इस्तेमाल होने वाले स्थान पर बन रहा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

मेदिनीनगर के हाउसिंग कॉलोनी के मैदान में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है. जिस जगह पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है, वह हाउसिंग बोर्ड की जमीन है. इस जमीन को लंबे अरसे से खेल के मैदान के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.

राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने सीएम को लिखा पत्र

वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठन एकजुट हो गए हैं. राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने एक संयुक्त पत्र राज्य के सीएम हेमंत सोरेन को भेजा है. पत्र के माध्यम से वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के जगह को बदलने का आग्रह किया गया है.

मेदिनीनगर में नहीं है एक भी खेल मैदान

दरअसल, मेदिनीनगर के इलाके में खेल का मैदान नहीं है. इस कारण खिलाड़ी यहां प्रैक्टिस करने के लिए पहुंचते हैं. साथ ही राजनीतिक जनसभा के लिए भी हाउसिंग कॉलोनी के मैदान इस्तेमाल होता है. मेदिनीनगर के इलाके में पहले से मौजूद जिला स्कूल का मैदान सीएम एक्सीलेंस स्कूल के रूप में चयन हो गया है, वहीं गांधी मैदान पार्क के रूप में विकसित हो चुका है. शिवाजी मैदान में राजनीतिक सभा के लिए जिला प्रशासन ने 90 हजार रुपये शुल्क निर्धारित कर रखा है.

वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के स्थान को बदलने का आग्रह

इस संबंध में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक ने कहा कि मामले में सीएम को पत्र लिखा गया है और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के स्थान को बदलने का आग्रह किया गया है.पलामू की इलाके में खेल के मैदान नहीं है. राष्ट्रीय जनता दल के नेता रामनाथ चंद्रवंशी ने कहा कि खेल के मैदान को बचाने के लिए राजनीतिक और सामाजिक संगठन एकजुट हुए हैं और ट्रीटमेंट प्लांट की जगह बदलने का आग्रह कर रहे हैं.

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