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पुलिस ने 10 दिन में सुलझाई भुसावर बैंक चोरी की गुत्थी, मास्टरमाइंड समेत तीन गिरफ्तार - THEFT IN BANK IN BHARATPUR

भरतपुर जिले की भुसावर थाना पुलिस ने सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में चोरी का खुलासा कर तीन आरोपियों को पकड़ा है.

Theft  In  Bank In Bharatpur
बैंक चोरी के आरोपी पुलिस की पकड़ में (ETV Bharat Bharatpur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 16, 2024, 7:33 PM IST

भरतपुर: जिले की भुसावर थाना पुलिस ने सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की शाखा में हुई बड़ी चोरी की घटना का महज 10 दिन में खुलासा कर दिया. पुलिस ने चोरी की इस वारदात के मास्टरमाइंड अमित शर्मा उर्फ टाकन सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मास्टर माइंड अमित बीते 6 साल में हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में कुल 6 बैंकों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. इस पूरे घटनाक्रम के खुलासे और आरोपियों की पहचान उजागर करने में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) का अहम रोल रहा.

6 दिसंबर 2024 को को-ऑपरेटिव बैंक भुसावर के मैनेजर वीरीसिंह ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने बताया कि चोर खिड़की और गेट काटकर बैंक में घुसे और कैश रूम की तिजोरी तोड़कर 8 लाख 14 हजार 200 रुपए की नकदी ले गए. इस दौरान सर्वर राउटर, बैंक परिसर के अन्य उपकरण और बिजली मीटर के वायर भी काट दिए गए. घटना के वक्त बैंक में सुरक्षा गार्ड नहीं था. हालांकि, सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर सुरक्षित थी, जिससे फुटेज प्राप्त किए गए.

मृदुल कच्छावा, एसपी, भरतपुर (ETV Bharat Bharatpur)

उन्होंने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की गई. इस टीम में भुसावर थानाधिकारी सुनील कुमार गुप्ता, सीओ भुसावर धर्मेंद्र शर्मा और एएसपी वैर जयनारायण मीणा शामिल थे. पुलिस ने एफएसएल, एमओबी, डॉग स्क्वाड और एमआईयू टीमों की मदद से घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए. बैंक और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. फुटेज में दो संदिग्ध चोर नजर आए, जिनकी पहचान के लिए फुटेज को साफ करके सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से प्रचारित किया गया. आरोपियों का चेहरा और गाड़ी की नंबर प्लेट धुंधली थी, जिसे एआई की मदद से क्लियर किया और आरोपियों की पहचान हो सकी.

पढ़ें: जयपुर में शहर की खूबसूरती के लिए लगाए फूलों के गमले चोरी, अब रखी जाएगी निगरानी

ऐसे की संदिग्धों की तलाश: एसपी कच्छावा ने बताया कि घटना के बाद पुलिस टीम ने स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे पर स्थित टोल बूथों से फुटेज जुटाए. संदिग्ध वाहन (ईको कार) की लोकेशन 05 दिसंबर 2024 को रात 8.55 बजे अतरामपुरा टोल बूथ पर देखी गई. अन्य टोल बूथों जैसे केएमपी टोल हरियाणा, पिनान राजगढ़ टोल और आमोली टोल पर भी इस वाहन की मौजूदगी का पता चला.कार के मालिक का पता चलने पर पुलिस ने वतन महाजन निवासी सफीदो, हरियाणा के यहां दबिश दी.

ये है मास्टरमाइंड: पुलिस ने हरियाणा के सफीदो (जिला जींद) और निसंग (जिला करनाल) में दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें अमित शर्मा उर्फ टाकन (32) मास्टरमाइंड है. इसने 2018 से हरियाणा और पंजाब में 6 अन्य बैंक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया. दूसरा आरोपी मक्खन सिंह (21) है. यह नकबजनी के 9 प्रकरणों सहित 11 आपराधिक मामलों में वांछित है. तीसरा आरोपी वतन महाजन (32) है, जिसके पास घटना में इस्तेमाल की गई ईको कार थी. गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों ने भुसावर बैंक में चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया.

यह भी पढ़ें: जयपुर से चोरी हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली बयाना के डांग इलाके से बरामद, तीन बदमाश गिरफ्तार

ऐसे की वारदात: पूछताछ में सामने आया है कि मास्टरमाइंड अमित शर्मा ने जेल में मक्खनसिंह से मुलाकात की और दोनों ने राजस्थान में बैंक चोरी की योजना बनाई. अमित ने वतन महाजन को कार उपलब्ध कराने के लिए साथ जोड़ा. चोरी के लिए अमित और मक्खन ने बैंक की सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर पाया. अमित ने मक्खन को बताया कि कोऑपरेटिव बैंकों में सुरक्षा गार्ड नहीं होते, सुरक्षा इंतजाम भी कमजोर होते हैं. कैमरा वगैरा भी नहीं होते. आरोपियों ने जेल में बैंक लूट की रणनीति तैयार की. उसी दौरान गूगल पर सभी कोऑपरेटिव बैंकों की लोकेशन देखकर सूची निकाली. उसके बाद 4 दिसंबर को बैंक की रेकी की. उसके बाद तीनों आरोपियों ने बैंक में खिड़की और गेट काटकर प्रवेश किया और तिजोरी को गैस कटर से तोड़ा.

कार बरामद: एसपी ने बताया कि घटना में प्रयुक्त वाहन ईको कार बरामद कर ली गई है. चोरी किए गए कैश और अन्य सामान की बरामदगी के लिए पूछताछ जारी है. गिरफ्तार आरोपियों को 17 दिसंबर को न्यायालय में पेश किया जाएगा.

भरतपुर: जिले की भुसावर थाना पुलिस ने सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की शाखा में हुई बड़ी चोरी की घटना का महज 10 दिन में खुलासा कर दिया. पुलिस ने चोरी की इस वारदात के मास्टरमाइंड अमित शर्मा उर्फ टाकन सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मास्टर माइंड अमित बीते 6 साल में हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में कुल 6 बैंकों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. इस पूरे घटनाक्रम के खुलासे और आरोपियों की पहचान उजागर करने में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) का अहम रोल रहा.

6 दिसंबर 2024 को को-ऑपरेटिव बैंक भुसावर के मैनेजर वीरीसिंह ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने बताया कि चोर खिड़की और गेट काटकर बैंक में घुसे और कैश रूम की तिजोरी तोड़कर 8 लाख 14 हजार 200 रुपए की नकदी ले गए. इस दौरान सर्वर राउटर, बैंक परिसर के अन्य उपकरण और बिजली मीटर के वायर भी काट दिए गए. घटना के वक्त बैंक में सुरक्षा गार्ड नहीं था. हालांकि, सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर सुरक्षित थी, जिससे फुटेज प्राप्त किए गए.

मृदुल कच्छावा, एसपी, भरतपुर (ETV Bharat Bharatpur)

उन्होंने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की गई. इस टीम में भुसावर थानाधिकारी सुनील कुमार गुप्ता, सीओ भुसावर धर्मेंद्र शर्मा और एएसपी वैर जयनारायण मीणा शामिल थे. पुलिस ने एफएसएल, एमओबी, डॉग स्क्वाड और एमआईयू टीमों की मदद से घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए. बैंक और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. फुटेज में दो संदिग्ध चोर नजर आए, जिनकी पहचान के लिए फुटेज को साफ करके सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से प्रचारित किया गया. आरोपियों का चेहरा और गाड़ी की नंबर प्लेट धुंधली थी, जिसे एआई की मदद से क्लियर किया और आरोपियों की पहचान हो सकी.

पढ़ें: जयपुर में शहर की खूबसूरती के लिए लगाए फूलों के गमले चोरी, अब रखी जाएगी निगरानी

ऐसे की संदिग्धों की तलाश: एसपी कच्छावा ने बताया कि घटना के बाद पुलिस टीम ने स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे पर स्थित टोल बूथों से फुटेज जुटाए. संदिग्ध वाहन (ईको कार) की लोकेशन 05 दिसंबर 2024 को रात 8.55 बजे अतरामपुरा टोल बूथ पर देखी गई. अन्य टोल बूथों जैसे केएमपी टोल हरियाणा, पिनान राजगढ़ टोल और आमोली टोल पर भी इस वाहन की मौजूदगी का पता चला.कार के मालिक का पता चलने पर पुलिस ने वतन महाजन निवासी सफीदो, हरियाणा के यहां दबिश दी.

ये है मास्टरमाइंड: पुलिस ने हरियाणा के सफीदो (जिला जींद) और निसंग (जिला करनाल) में दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनमें अमित शर्मा उर्फ टाकन (32) मास्टरमाइंड है. इसने 2018 से हरियाणा और पंजाब में 6 अन्य बैंक चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया. दूसरा आरोपी मक्खन सिंह (21) है. यह नकबजनी के 9 प्रकरणों सहित 11 आपराधिक मामलों में वांछित है. तीसरा आरोपी वतन महाजन (32) है, जिसके पास घटना में इस्तेमाल की गई ईको कार थी. गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों ने भुसावर बैंक में चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया.

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ऐसे की वारदात: पूछताछ में सामने आया है कि मास्टरमाइंड अमित शर्मा ने जेल में मक्खनसिंह से मुलाकात की और दोनों ने राजस्थान में बैंक चोरी की योजना बनाई. अमित ने वतन महाजन को कार उपलब्ध कराने के लिए साथ जोड़ा. चोरी के लिए अमित और मक्खन ने बैंक की सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर पाया. अमित ने मक्खन को बताया कि कोऑपरेटिव बैंकों में सुरक्षा गार्ड नहीं होते, सुरक्षा इंतजाम भी कमजोर होते हैं. कैमरा वगैरा भी नहीं होते. आरोपियों ने जेल में बैंक लूट की रणनीति तैयार की. उसी दौरान गूगल पर सभी कोऑपरेटिव बैंकों की लोकेशन देखकर सूची निकाली. उसके बाद 4 दिसंबर को बैंक की रेकी की. उसके बाद तीनों आरोपियों ने बैंक में खिड़की और गेट काटकर प्रवेश किया और तिजोरी को गैस कटर से तोड़ा.

कार बरामद: एसपी ने बताया कि घटना में प्रयुक्त वाहन ईको कार बरामद कर ली गई है. चोरी किए गए कैश और अन्य सामान की बरामदगी के लिए पूछताछ जारी है. गिरफ्तार आरोपियों को 17 दिसंबर को न्यायालय में पेश किया जाएगा.

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