इटावा: जिले में जिला सहकारी बैंक के बहुचर्चित 25 करोड़ के घोटाले का खुलासा होते ही प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. इस घोटाले के मुख्य आरोपी, निलंबित वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी के करीब 10 करोड़ रुपये के आलीशान "रॉयल गैलेक्सी होटल" को पुलिस और प्रशासन ने कुर्क कर लिया है. इटावा के सिविल लाइन इलाके में आगरा रोड पर बने इस होटल पर कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने साफ किया है, कि अब होटल का किसी भी प्रकार से क्रय-विक्रय नहीं किया जा सकेगा.
होटल पर पोस्टर चस्पा, कुर्की का आदेश: जिलाधिकारी के आदेश पर होटल के मुख्य गेट पर कुर्की का पोस्टर चस्पा किया गया. जिसमें साफ-साफ लिखा है, कि जिला सहकारी बैंक में हुए 25 करोड़ के घोटाले की रकम से इस होटल का निर्माण किया गया है. इसी कारण मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर इसे कुर्क किया गया है. इटावा एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया, कि मुख्य आरोपी अखिलेश चतुर्वेदी की यह संपत्ति नायब तहसीलदार शिखर मिश्रा और विवेचना अधिकारी भोला प्रसाद रस्तोगी की देखरेख में कुर्क की गई.
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जेल में हैं 13 आरोपी: जिला सहकारी बैंक में हुए इस घोटाले में अब तक 13 आरोपी जेल जा चुके हैं. मामले की गहराई से जांच में यह सामने आया, कि अखिलेश चतुर्वेदी ने घोटाले की रकम से होटल रॉयल गैलेक्सी का निर्माण किया था. इस घोटाले के तार इतने गहरे जुड़े हैं, कि पुलिस ने अब तक करीब 24 करोड़ 90 लाख रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा किया है. कई संपत्तियों को कुर्क करने का सिलसिला जारी है.
भरतपुर से पकड़ा गया मुख्य आरोपी: गौरतलब है, कि इस मामले में मुख्य आरोपी अखिलेश चतुर्वेदी को पुलिस ने राजस्थान के भरतपुर स्थित राज गेस्ट पैलेस से 25 जुलाई को गिरफ्तार किया था. चतुर्वेदी और उनके साथियों पर कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया हैं.
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