जोधपुर. मुंबई में बाबा सिदृीकी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस विश्नोई ग्रुप द्वारा लिए जाने के बाद से सलमान खान और लॉरेंस के बीच अदावत खुलकर सामने आ गई है. हालाकि कभी दोनों का आमना- सामना नहीं हुआ. लेकिन इस अदावत की शुरूआत जोधपुर से हुई थी. यही कारण है कि जोधपुर पुलिस इस मामले में कोई रिस्क नहीं ले रही है. डीजीपी के निर्देश पर जोधपुर क्षेत्र में जितने भी प्रमुख बदमाश और कभी लॉरेंस गैंग के संपर्क में रहे बदमाशों पर नजर रखी जा रही है. इतना ही नहीं जोधपुर शहर पुलिस के जिला पूर्व और पश्चिम पुलिस ने करीब एक दर्जन बदमाशों को बुलाकर उनसे पूछताछ भी की है. उन पर हर स्तर पर नजर रखी जा रही है. पुलिस ने वासुदेव हत्या के आरोपियों के साथ साथ गैंगेस्टर कैलाश मांजू से भी पूछताछ की है.
लॉरेंस के इशारे पर अपराध करने वालों पर नजर : जोधपुर पुलिस ने खास तौर से मुंबई की घटना के सरदारपुरा में हुई व्यापारी वासुदेव इसरानी की हत्या के मामले से जुड़े बदमाशों से पूछताछ की है. इनमें खिमांशु गहलोत, फारुख, रामेश्वरलाल, श्यामसुदंर सहित कई अन्य शामिल हैं. जोधपुर में लॉरेंस विश्नोई के बदमाशों ने 2017 में सरदारपुरा सी रोड के प्रमुख व्यापारी वासुदेव इसरानी से रंगदारी वसूलनी चाही तो उसने अनुसना कर दिया उलटा उसके गुर्गे को भला बुरा कहा जिसके बाद उसकी दुकान पर ही गोली मारकर हत्यार कर दी. इस मामले में पुलिस ने लॉरेंस को भी आरोपी बनाया था. हत्या कांड में शुरूआत में अन्य भी आरोपी थे. मुख्य आरोपी हीराजाट उर्फ हरेंद्र लंबे समय बाद पकड़ा गया था. खिमांशु गहलोत ने इसरानी की दुकान की रेकी थी. हत्या के बाद दूसरे शूटर भोमाराम को पनाह दी थी. गहलोत के सीधे तार अनमोल और लॉरेंस से तब जुडे थे यही कारण है कि पुलिस इन पर अब नजर रख रही है.
मांजू की लॉरेंस के गुर्गों से दुश्मनी : पुलिस कैलाश मांजू पर ही नजर बनाए हुए हैं. पश्चिम जिला पुलिस ने उससे दो दिन पहले करीब दो घंटे पूछताछ की है क्योंकि कैलाश मांजू का सीधा लॉरेंस से कनेक्शन नहीं है. लेकिन जिन बदमाशों से उसकी दुश्मनी है जिनमें दिनेश बंबानी, विक्रम नांदिया राजू फौजी शामिल हैं, ये सभी लॉरेंस गैंग से जुड़े हुए हैं. करीब तीन साल पहले ही विक्रम ने कैलाश के भतीजे राकेश को वितराग सिटी के गेट पर गोली मारी थी। तब से दुश्मनी तनातनी बनी हुई है. पुलिस को अंदेशा है कि दोनों कभी न कभी भिड़ेंगे.
जोधपुर क्षेत्र में है लॉरेंस का नेटवर्क : जोधपुर शहर के अलावा ओसियां, लोहावट व फलौदी क्षेत्र में लॉरेंस का नेटवर्क अभी भी बना हुआ हैं. जिसे उसका भाई अनमोल ऑपरेट करता है. इस क्षेत्र में अफीम डोडा व हथियार की तस्करी आम है. हालांकि कुछ समय में इस पर लगाम लगी थी. लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि लॉरेंस के गुर्गे तस्करी का काम कर रहे हैं. जब भी उनको निर्देश मिलते है उसके अनुरूप काम करते हैं.