रायपुर: मुजगहन थाना इलाके में इस्कॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सुपरवाइजर से 20 लाख रुपए की लूट हुई थी. पुलिस ने लूट कांड का खुलासा करते हुए बताया कि सुपरवाइजर के साथ उसके साथी ने लूट की झूठी कहानी बनाई थी. सुपरवाइजर के साथी आरोपी योगेंद्र कुमार भारती के ऊपर काफी कर्ज था और कर्ज को चुकाने के लिए दोनों ने मिलकर लूट की झूठी कहानी बनाई थी. पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से 18 लाख 54 हज़ार रुपये बरामद करने के साथ ही 4 मोबाइल फोन भी जप्त किया है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 304 बीएनएस के तहत कार्रवाई की है.
शातिर सुपरवाइजर ने रची थी लूट की पूरी कहानी: ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि पीड़ित मनोज ध्रुव ने गुरुवार को थाना मुजगहन में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह रायपुर के शाश्वत नगर बोरियाखुर्द में रहता है. कमल विहार के सेक्टर 15 के पास इस्कॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत है. वह अपनी गाड़ी की डिक्की में गुरुवार की सुबह 10 से 11:00 बजे घर से ऑफिस की लिए निकला था तभी रास्ते में दो अज्ञात बाइक सवार लुटेरों ने लूट की घटना को अंजाम दिया है.
मामले की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई थी. इसके बाद शनिवार को पुलिस ने कंपनी में कार्यरत सुपरवाइजर मनोज ध्रुव के साथ ही उसके साथी योगेंद्र कुमार भारती को गिरफ्तार कर लिया है. लूट की झूठी घटना के मामले में पुलिस ने सुपरवाइजर आरोपी मनोज कुमार ध्रुव के खिलाफ अलग से मामला दर्ज कर रही हैं. :कीर्तन राठौर, एडिशनल एसपी, ग्रामीण
कर्ज चुकाने के चक्कर में रची साजिश: पकड़े गए आरोपी सुपरवाइजर मनोज ध्रुव ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसका दोस्त योगेंद्र कुमार भारती को व्यापार में काफी नुकसान होने के कारण उसे पैसों की आवश्यकता थी. योगेंद्र भारती के कहने पर मनोज कुमार ध्रुव ने उसकी सहायता करने की नीयत से मिलकर कंपनी के 20 लख रुपए को लूटने की योजना बनाई थी, और अपने ऑफिस के पैसे को लेकर घर से निकलकर ऑफिस जा रहा था तभी घटनास्थल के पास उसका साथी योगेंद्र कुमार भारती को बुलाकर पैसों से भरा बैग और अपना मोबाइल फोन को बंद करके दे दिया था.