देहरादून: रेडियोएक्टिव डिवाइस (RAM) मामले में परमाणु उर्जा विभाग, भारत सरकार की रिपोर्ट दून पुलिस को मिल गई है. संस्थान ने रिपोर्ट में बताया है कि मौके पर पुलिस ने जो रेडियाग्राफी कैमरा बरामद किया गया, उसकी वास्तविकता की जांच के लिए फोटोज को BRIT (board of radiation and isotope technology) भेजा गया था. रिपोर्ट में डिवाइस का निर्माण BRIT द्वारा ना करना बताया और अपराधिक इरादे के तहत BRIT संस्थान का नाम अंकित कर सस्थान के नाम का दुरुपयोग किया जाना बताया गया है.
साथ ही संदिग्ध डिवाइस को अग्रिम परीक्षण के लिए भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर, मुम्बई भेजे जाने की आख्या के क्रम में न्यायालय से आदेश प्राप्त कर बरामद संदिग्ध डिवाइस को बीएआरसी मुंबई भेजा जा रहा है. इस मामले में थाना राजपुर पुलिस ने अब तक 6 आरोपियों की गिरफ्तारी की है. सभी को जेल भेजा जा चुका है. मामले में शामिल मुख्य आरोपी तबरेज आलम और सुमित पाठक का 3 दिन का पुलिस कस्टडी रिमांड न्यायालय से मिल गई है. दोनों आरोपियों से पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान मामले में सम्बन्धित महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए जाएंगे.
बता दें ब्रुक एंड वुडस सोसाइटी में स्थित पूर्व आयकर आयुक्त श्वेताभ सुमन के फ्लैट पर छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से रेडियोएक्टिव डिवाइस बरामद की थी. मौके पर पांच आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया था. उसके बाद डिवाइस की खरीद फरोख्त में शामिल सहारनपुर के रशीद को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
पुलिस द्वारा बुलंदशहर से नरोरा एटोमिक पावर स्टेशन की रेडिएशन इमरजेंसी रिस्पांस टीम द्वारा डिवाइस का परीक्षण किया गया था. परीक्षण के बाद डिवाइस में रेडियो एक्टिव पदार्थ न होने की बात बतायी गई. साथ ही डिवाइस में कुछ केमिकल मौजूद होने पर डिवाइस को परीक्षण के लिए भाभा एटोमिक रिसर्च सेन्टर भेजा गया है. टीम द्वारा डिवाइस में गलत तरीके से बिना किसी मापदंड के उसमें केमिकल का उपयोग किये जाने की रिपोर्ट दी गई.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया रेडियोएक्टिव मैटेरियल (RAM) मामले में से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां और आवश्यक साक्ष्य इकट्ठे किये गये हैं. पुलिस ने आरोपी तबरेज आलम और सुमित पाठक का 20 जुलाई से 3 दिन का पुलिस कस्टडी रिमांड ली है.