पूर्णिया: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टियों का ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार हो रहा है. इसकी तैयारी भी जोर-शोर से हो रही है. चुनाव प्रचार के लिए गाड़ियों को भी सजाया जा रहा है. हाल ही में जाप पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव ने पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया और नोमिनेशन फाइल कर दिया. इसके बाद से पप्पू लगातार पूर्णिया में सक्रिय है और लोगों के बीच जाकर वोट की अपील कर रहे हैं, लेकिन आज उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति बन गई जब भारी संख्या में पुलिस बल पप्पू यादव के कार्यालय पहुंच गई.
पप्पू यादव के कार्यालय में छापा: पुलिस ने पहुंचते ही दफ्तर के अंदर प्रवेश किया और गेट लॉक कर लिया. उसके बाद से चर्चाओं का बाजार गर्म है. हालांकि डीएसपी पुष्कर कुमार ने बताया कि डीजे गाड़ी के परमिशन के जांच के लिए पुलिस पहुंची है. वहीं पप्पू यादव को जैसे ही जानकारी मिली वे तुरंत अपने कार्यालय पहुंचे और पुलिस कर्मियों से पूछा कि आप किसके आदेश से यहां आए हैं?
"गाड़ी की जांच की जा रही है कि गाड़ी की परमिशन है या नहीं है. कागज लिए गए हैं. इनका कहना है कि परमिशन लिया गया था. एसडीओ साहब को दिया गया है सिंगल विंडो में परमिशन की जांच करने के लिए. छानबीन की जाएगी और विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी."- पुष्कर कुमार, डीएसपी
"हम प्रचार की गाड़ी सजा रहे थे. इसी दौरान कार्यालय में पुलिस पहुंच गई. मेरी जान को खतरा है. जिस दिन मैंने कांग्रेस ज्वाइन किया उसी दिन मेरी सुरक्षा हटा ली गई थी. मैं चुनाव प्रचार में था. उसी दौरान जबरन मेरे कार्यालय में घुसकर मेरे कार्यकर्ताओं को धमकाया गया और फिर मेरी गाड़ी जबरन जब्त करने का प्रयास किया गया. सारी गाड़ियों का मैंने परमिशन लिया है."- पप्पू यादव, निर्दलीय उम्मीदवार, पूर्णिया
'हार का डर अच्छा लगा'- पप्पू यादव: वहीं पप्पू यादव ने सरकार पर हमला किया है और सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि "कितना नीचे गिरेगी सरकार, पूर्णिया के बेटे को और कितना परेशान करेगी? जनता जवाब देगी! बीजेपी-जदयू की सरकार का हार का डर अच्छा लगा! मुझे Y श्रेणी की सुरक्षा देने के लिए इनके पास पुलिस बल नहीं है. छापा मारने सैकड़ों पुलिस भेज दिया.
'4 जून के बाद मैं रहूंगा या सरकार': इस दौरान पप्पू यादव के कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जमा हो गई. कार्यकर्ताओं ने इस दौरान पप्पू यादव जिंदाबाद के नारे लगाए. वहीं पप्पू यादव ने कहा कि हमने चिट्ठी लिख दी है मुझे कुछ हुआ तो जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. मुझे कोई जानकारी नहीं थी. पुलिस सीधे टपक गई. 26 अप्रैल तक मैं चुनाव आयोग के कानून को मानूंगा और 4 जून को या तो पप्पू यादव या सरकार.