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कुचामन फिरौती प्रकरण के आरोपियों की पुलिस ने कराई नंगे पांव परेड, व्यापारियों को मिली थी लॉरेंस गैंग के नाम से धमकी - KUCHAMAN RANSOM CASE

कुचामन फिरौती प्रकरण में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की और फिर रविवार को शहर में उनकी परेड करवाई.

KUCHAMAN RANSOM CASE
आरोपियों की पुलिस ने कराई नंगे पांव परेड (ETV BHARAT Kuchaman city)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 8, 2024, 6:14 PM IST

कुचामनसिटी : कुचामन फिरौती प्रकरण में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की और फिर रविवार को शहर में उनकी परेड करवाई. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा और वीरेंद्र सिंह चारण ने 29 और 30 नवंबर को कुचामन को अपना टारगेट बनाते हुए शहर के पांच व्यापारियों को धमकी भरे कॉल और मैसेज भेजे थे. कॉल और मैसेज करने वाले शख्स ने उसका परिचय रोहित गोदारा के रूप में दिया था. साथ ही कहा था कि अगर दो दिन के भीतर फिरौती की रकम का इंतजाम नहीं हुआ तो उनकी जान को खतरा हो सकता है.

वहीं, पांचों व्यापारियों से करीब 5 करोड़ से अधिक की फिरौती मांगी थी. इस मामले को लेकर रविवार को डीडवाना कुचामन जिले के एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने मीडिया से रुबरु हुए. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले कुचामन में पांच व्यापारियों को फिरौती के लिए धमकी मिली थी. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

डीडवाना कुचामन एसपी हनुमान प्रसाद मीणा (ETV BHARAT Kuchaman city)

इसे भी पढ़ें - कुचामन के व्यापारी को मिली लॉरेंस गैंग से धमकी, 2 दिन का दिया टाइम, पीड़ित ने दी शिकायत

एसपी ने बताया कि पूछताछ में यह सामने आया कि सफीक खान कुचामन थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर रहा है, वो पहले आनंदपाल गैंग से जुड़ा था और कुचामन व आसपास के क्षेत्रों में लोगों से फिरौती मांगकर आनंदपाल की मदद करता था. उसके बाद सफीक वीरेंद्र चरण के संपर्क में आया और फिर वीरेंद्र के जरिए उसका रोहित गोदारा से संपर्क हुआ. ऐसे में वो रोहित गोदारा और लॉरेंस गैंग के लिए काम करने लगा.

सफीक ने ही कुचामन के व्यापारियों की लिस्ट तैयार कर उनके नाम और मोबाइल नंबर रोहित गोदारा को मुहैया कराए थे. उन्होंने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि आगे पूछताछ में अन्य कई मामले में खुलासे होने की संभावना है.

आनंदपाल गैंग के सदस्य फिरौती में शामिल : व्यापारियों की तरफ से आधिकारिक शिकायत के आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जान शुरू की. बाद में जांच में पता चला कि आनंदपाल गैंग के कुछ सदस्य भी इस मामले में शामिल हैं, जिन्होंने व्यापारियों से जुड़ी प्राइवेट इनफॉरमेशन लॉरेंस गैंग को दी थी.

इसे भी पढ़ें - लॉरेंस गैंग के नाम पर व्यापारियों से फिरौती मांगने का मामला, पुलिस ने पीड़ितों को मुहैया कराई सिक्योरिटी

खान मोहल्ले में पुलिस की दबिश : इस अहम सबूत के बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी. साइबर क्राइम एक्सपर्ट की मदद से विदेशी नंबरों के लोकेशन ट्रेस किए गए. साथ ही स्थानीय मुखबिरों के जरिए पता चला कि खान मोहल्ले के निवासी सफीक खान और सरफराज खान ने लॉरेंस गैंग को व्यापारियों की इन्फॉर्मेशन शेयर की थी. इसके आधार पर डीएसपी अरविंद बिश्नोई और सीआई जगदीश प्रसाद मीणा ने पुलिस टीम के साथ खान मोहल्ले में दबिश दी, लेकिन आरोपियों को पहले ही इसका पता चल गया और वो वहां से फरार हो गए थे.

सूरत पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा : फरार आरोपियों की मोबाइल लोकेशन से पता चला कि बदमाश राष्ट्रीय राजमार्ग 48 से होकर सूरत की तरफ से मुंबई की ओर जा रहे हैं. कुचामन पुलिस ने तुरंत सूरत रूरल पुलिस को आरोपियों की जानकारी दी. उसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर नाकाबंदी कर पुलिस ने उनकी कार को रोक लिया. प्रारंभिक पूछताछ के बाद चारों संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया.

इसे भी पढ़ें - लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग का एक और बदमाश गिरफ्तार, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भी था शामिल

पुलिस ने इन चार आरोपियों को दबोचा : गिरफ्तार किए गए आरोपियों की शिनाख्त कुचामन सिटी के खान मोहल्ला निवासी सफीक खान (58), सरफराज खान उर्फ विक्की खान (39), शोएब खान (30) और रहीम खान पठान (30) के रूप में हुई. इसके बाद सभी आरोपियों को कुचामन सिटी पुलिस को सौंप दिया गया.

एसपी ने किया मामले का खुलासा : एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने रविवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी सफीक खान कुचामन में सट्टे का काम करता है और हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं. शातिर अपराधी होने के चलते आरोपियों को हथकड़ी लगाकर नंगे पांव शहर में उनकी परेड करवाई गई, ताकि आम लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास जगे.

कुचामनसिटी : कुचामन फिरौती प्रकरण में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की और फिर रविवार को शहर में उनकी परेड करवाई. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के रोहित गोदारा और वीरेंद्र सिंह चारण ने 29 और 30 नवंबर को कुचामन को अपना टारगेट बनाते हुए शहर के पांच व्यापारियों को धमकी भरे कॉल और मैसेज भेजे थे. कॉल और मैसेज करने वाले शख्स ने उसका परिचय रोहित गोदारा के रूप में दिया था. साथ ही कहा था कि अगर दो दिन के भीतर फिरौती की रकम का इंतजाम नहीं हुआ तो उनकी जान को खतरा हो सकता है.

वहीं, पांचों व्यापारियों से करीब 5 करोड़ से अधिक की फिरौती मांगी थी. इस मामले को लेकर रविवार को डीडवाना कुचामन जिले के एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने मीडिया से रुबरु हुए. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले कुचामन में पांच व्यापारियों को फिरौती के लिए धमकी मिली थी. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

डीडवाना कुचामन एसपी हनुमान प्रसाद मीणा (ETV BHARAT Kuchaman city)

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एसपी ने बताया कि पूछताछ में यह सामने आया कि सफीक खान कुचामन थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर रहा है, वो पहले आनंदपाल गैंग से जुड़ा था और कुचामन व आसपास के क्षेत्रों में लोगों से फिरौती मांगकर आनंदपाल की मदद करता था. उसके बाद सफीक वीरेंद्र चरण के संपर्क में आया और फिर वीरेंद्र के जरिए उसका रोहित गोदारा से संपर्क हुआ. ऐसे में वो रोहित गोदारा और लॉरेंस गैंग के लिए काम करने लगा.

सफीक ने ही कुचामन के व्यापारियों की लिस्ट तैयार कर उनके नाम और मोबाइल नंबर रोहित गोदारा को मुहैया कराए थे. उन्होंने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि आगे पूछताछ में अन्य कई मामले में खुलासे होने की संभावना है.

आनंदपाल गैंग के सदस्य फिरौती में शामिल : व्यापारियों की तरफ से आधिकारिक शिकायत के आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जान शुरू की. बाद में जांच में पता चला कि आनंदपाल गैंग के कुछ सदस्य भी इस मामले में शामिल हैं, जिन्होंने व्यापारियों से जुड़ी प्राइवेट इनफॉरमेशन लॉरेंस गैंग को दी थी.

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खान मोहल्ले में पुलिस की दबिश : इस अहम सबूत के बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी. साइबर क्राइम एक्सपर्ट की मदद से विदेशी नंबरों के लोकेशन ट्रेस किए गए. साथ ही स्थानीय मुखबिरों के जरिए पता चला कि खान मोहल्ले के निवासी सफीक खान और सरफराज खान ने लॉरेंस गैंग को व्यापारियों की इन्फॉर्मेशन शेयर की थी. इसके आधार पर डीएसपी अरविंद बिश्नोई और सीआई जगदीश प्रसाद मीणा ने पुलिस टीम के साथ खान मोहल्ले में दबिश दी, लेकिन आरोपियों को पहले ही इसका पता चल गया और वो वहां से फरार हो गए थे.

सूरत पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा : फरार आरोपियों की मोबाइल लोकेशन से पता चला कि बदमाश राष्ट्रीय राजमार्ग 48 से होकर सूरत की तरफ से मुंबई की ओर जा रहे हैं. कुचामन पुलिस ने तुरंत सूरत रूरल पुलिस को आरोपियों की जानकारी दी. उसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर नाकाबंदी कर पुलिस ने उनकी कार को रोक लिया. प्रारंभिक पूछताछ के बाद चारों संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया.

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पुलिस ने इन चार आरोपियों को दबोचा : गिरफ्तार किए गए आरोपियों की शिनाख्त कुचामन सिटी के खान मोहल्ला निवासी सफीक खान (58), सरफराज खान उर्फ विक्की खान (39), शोएब खान (30) और रहीम खान पठान (30) के रूप में हुई. इसके बाद सभी आरोपियों को कुचामन सिटी पुलिस को सौंप दिया गया.

एसपी ने किया मामले का खुलासा : एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने रविवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी सफीक खान कुचामन में सट्टे का काम करता है और हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं. शातिर अपराधी होने के चलते आरोपियों को हथकड़ी लगाकर नंगे पांव शहर में उनकी परेड करवाई गई, ताकि आम लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास जगे.

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