नई दिल्ली: एक तरफ जहां दिल्ली पुलिस साइबर क्राइम के मामले को सॉल्व करके आरोपियों को गिरफ्तार करा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ लोगों को जागरूक करने के लिए अलग-अलग तरह के अवेयरनेस कैंप भी लगा रही है. इसी कड़ी में पश्चिमी जिला पुलिस ने जनकपुरी इलाके में साइबर अवेयरनेस प्रोग्राम का बड़े स्तर पर आयोजन किया.
इस आयोजन में 250 से ज्यादा छात्र फिजिकली रूप से और 650 से ज्यादा वर्चुअल रूप से जुड़े. डीसीपी वेस्ट विचित्र वीर ने बताया कि यह अवेयरनेस कार्यक्रम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के कैंपस में आयोजित किया गया था.एसीपी हेडक्वार्टर रघुवीर सिंह की देखरेख में सब इंस्पेक्टर मनीष मधुकर, विजेता गौतम और अनिल कुमार की टीम ने इस कार्यक्रम में जुड़े स्टूडेंट को बताया कि किस तरीके से साइबर फ्रॉड किए जा रहे हैं.
इस अवेयरनेस प्रोग्राम में इनफॉरमेशन ऑफ टेक्नोलॉजी से जुड़े स्टूडेंट के अलावा बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन, मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन और जर्नलिज्म की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट शामिल हुए. डीसीपी ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन लगातार अलग-अलग इलाकों में किया जा रहा है. साइबर फ्रॉड विषय पर इंटरैक्टिव सत्र का भी आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को साइबर धोखाधड़ी के नवीनतम तरीकों, साइबर धोखाधड़ी से खुद को बचाने के लिए जागरूक किया गया.
साथ ही किसी भी साइबर/वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार होने पर मामले की रिपोर्ट 1930 या www.cybercrime.gov.inपर करने की भी सलाह दी गई. साइबर सेल की टीम ने दर्शकों को साइबर अपराधों और आईटी अधिनियम 2008 के अनुसार लागू कानूनों के बारे में जागरूक किया। .
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साइबर अपराध से बचने के उपायें | |
अजनबियों से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें | |
अपनी निजी जानकारी साझा न करें | |
किसी भी अनधिकृत लिंक पर क्लिक न करें | |
अपना ओटीपी,पिन और पासवर्ड साझा न करें | |
अकाउंट डिटेल किसी भी तरीके से भी शेयर ना करें | |
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