पलामूः झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर नक्सल इलाके में हाई अलर्ट है. चुनाव को लेकर केंद्रीय रिजर्व बल की तैनाती भी शुरू हो गई है और पुलिस को लगातार सफलता भी मिल रही है.
विधानसभा चुनाव को लेकर 15 लाख के इनामी टॉप माओवादी कमांडर नितेश यादव समेत कई नक्सली कमांडर्स की गतिविधियों पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां नजर रखे हुए है. नितेश यादव बिहार के गया के इलाके का रहने वाला है और माओवादियों के झारखंड बिहार सीमा पर सबसे बड़ा कमांडर है. पुलिस नितेश यादव के अलावा टीएसपीसी जेजेएमपी के टॉप कमांडरों को भी रडार पर लेकर अभियान शुरू किया है.
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पलामू डीआईजी वाईएस रमेश बताते हैं कि विधानसभा चुनाव में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं. नितेश यादव सहित सभी नक्सली संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और अभियान शुरू किया गया है. नक्सली इलाके में लोगों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है.
चुनाव का बहिष्कार करते हैं नक्सली संगठन, बिहार सीमा पर खास नजर
नक्सली संगठन भाकपा माओवादी शुरू से किसी भी तरह के चुनाव का बहिष्कार करता आया है. 2019 के दौरान भी माओवादियों ने चुनाव के दौरान हिंसक घटना को अंजाम दिया था. 2024 के लोकसभा चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह से नक्सली हिंसा रहित थी. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर भी सुरक्षा बलों ने तैयारी की है और बिहार सीमा पर खास नजर रखी जा रही है. बिहार सीमा पर सबसे बड़ा चुनौती 15 लाख के इनामी माओवादी कमांडर नितेश यादव का दस्ता है. बिहार के साथ समन्वय स्थापित कर पुलिस ने अभियान की योजना भी तैयार की गयी है.
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