डीग. जिले की जुरहरा, कैथवाड़ा और सीकरी तीन थाना पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुल 16 ठगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही साइबर अपराधियों से 29 मोबाइल, 18 सिम, 15 फर्जी एटीएम कार्ड, एक पेमेंट मशीन और एक एटीएम मशीन समेत ठगी में काम लिए जाने वाली अन्य सामग्री बरामद की है. यह सभी अपराधी भोले-भाले लोगों को सेक्सटॉर्शन, ओएलएक्स और तमाम माध्यमों से ठगी का शिकार बनाते थे.
जुरहरा से 3 ठग गिरफ्तार: रेंज स्पेशल टीम के प्रभारी रामेश्वर सिंह ने थाने पर सूचना दी कि साइबर पोर्टल पर दर्ज एक शिकायत के मोबाइल नंबर की लोकेशन रसूलपुर तिराहे के पास नजर आ रही है. सूचना पर एएसआई कुंवर सिंह टीम के साथ रवाना हुए. रसूलपुर तिराहे के पास झाड़ियों से मोबाइल की लोकेशन आ रही थी. जहां पर टीम ने दबिश देकर क्षेत्र के गांव गांवड़ी व खेड़ली गुमानी निवासी तीन आरोपी जाहुल (36), अंसार (22), जाहुल (22) को धर दबोचा. आरोपियों के कब्जे से 5 मोबाइल, 4 फर्जी एटीएम कार्ड बरामद किए गए.
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कैथवाड़ा से 8 आरोपी गिरफ्तार: स्पेशल टीम, डीएसटी व क्यूआरटी टीम साइबर अपराधियों की लोकेशन की सूचना पर सोलपुर पीली से नीमला जाने वाले रोड पर पहुंची. यहां एक खेत में 8 लोग मोबाइल चलाते मिले. टीम ने घेराबंदी कर अलग-अलग गांव के निवासी आरोपी असलम, आमिर, अजरूद्दीन, मौसम, अब्दुल्ला, राहुल, मुरसलिम और तारीफ को पकड़ा. सभी आरोपियों की उम्र 21 से 33 साल के बीच है. आरोपियों के कब्जे से 11 मोबाइल, 14 सिम, 3 एटीएम कार्ड बरामद किए.
सीकरी से एटीएम मशीन के साथ 5 गिरफ्तार: साइबर सेल टीम ने थाना पुलिस को सूचना दी कि साइबर पोर्टल की शिकायत में दर्ज मोबाइल की लोकेशन गांव रामसिंहपुर पालकी के आसपास आ रही है. सूचना पर एएसआई बनै सिंह टीम के साथ लोकेशन पर पहुंचे, जहां पेड़ के नीचे 6 लोग बैठे नजर आए. पुलिस टीम को देखकर आरोपी भागने लगे, जिन्हें पुलिस ने पीछाकर पकड़ा. क्षेत्र के अलग-अलग गांव के बिलाल हुसैन, ताजुल हुसैन, ताहिर उर्फ गिटोरी, आसिफ उर्फ पोला और शौकत को गिरफ्तार किया. आरोपियों के कब्जे से 13 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 1 एसबीआई पेमेंट मशीन, एक एटीएम मशीन, 4 चेकबुक, दो पासबुक, 8 एटीएम कार्ड समेत ठगी में इस्तेमाल की जाने वाली अन्य सामग्री जब्त की.
गिरफ्तार किए गए आरोपी अलग-अलग तरीकों से भोले-भाले लोगों को ठगी का शिकार बनाते. आरोपी लोगों के फेसबुक, व्हाट्सएप आदि माध्यमों से सस्ते में वाहन बेचने का विज्ञापन भेजकर, सेक्सटोर्शन, फर्जी ट्रांजेक्शन के मैसेज भेजकर रुपए ऐंठते थे.