ETV Bharat / state

एक युद्ध नशे के विरुद्ध: नशे के तस्करों के खिलाफ एक मंच पर आए पुलिस, नारकोटिक्स अफसर और समाज के प्रबुद्ध लोग - Drug smugglers in Ranchi

author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 20, 2024, 9:12 PM IST

राजधानी रांची की पुलिस ने नशे के तस्करों पर नकेल कसने और युवा पीढ़ी को मादक पदार्थों के चपेट से बाहर निकालने के लिए आम लोगों से अपनी चुप्पी तोड़ने की अपील की है. पुलिस ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वह नशे के विरुद्ध युद्ध में पुलिस का साथ दें. 'एक युद्ध नशे के विरुद्ध' कार्यक्रम के तहत तस्करों के खिलाफ एक पुलिस, नारकोटिक्स अफसर और समाज के प्रबुद्ध लोग मंच पर आए.

Drug smugglers in Ranchi
मंच पर पुलिस और नरकोटिक्स के अफसर (ईटीवी भारत)

रांची: नशे के तस्करों के खिलाफ और मादक पदार्थों पर रोक लगाने को लेकर पुलिस, जिला प्रशासन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, रिहैब सेंटर के अधिकारी, डॉक्टर, एनजीओ के साथ साथ छात्र और समाज के प्रबुद्ध लोग पहली बार एक मंच पर नजर आए. मंच के माध्यम से मादक पदार्थों पर रोक के लिए आवश्यक जानकारी और जोरदार जन सहभागिता पर बल दिया गया.

विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों की दी गयी जानकारी

मादक पदार्थो के खिलाफ लड़ाई के लिए सबसे पहले कार्यक्रम में शामिल लोगों को नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के एसपी सारिक उमर के द्वारा विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों और उनके प्रभाव के बारे में पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी गयी. कार्यक्रम में शामिल लोगों को विशेषकर छात्रों को मादक पदार्थों की पहचान, सेवन से होने वाले प्रभाव और बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया. नशे के सेवन से किस तरह युवा पीढ़ी और समाज प्रभावित हो रहे हैं. इससे संबंधित एनसीबी का वीडियो भी सभी को दिखाया गया.

बच्चों से मेल-मिलाप बढ़ाये - एसएसपी

कार्यक्रम के दौरान रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि नशे के खिलाफ अब जन जागरण की आवश्यकता है. माता-पिता अपने बच्चों के क्रियाकलापों पर नजर रखें, उनसे बातचीत करें, उनके साथ में लंच या डिनर करें. बच्चों की आंखों, चलने और बोलने के तरीके से पहचानें, कहीं वो नशा तो नहीं कर रहे, एससपी ने उदाहरण देते हुए बताया कि सिगरेट क्या है? तंबाकू की डंडी, जिसके एक सिरे में धुआं है और दूसरे सिरे पर एक मूर्ख जैसा इंसान. इसलिए इसे समझने की जरूरत है.

एससपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि जिले में कोई भी मादक पदार्थ आसानी से न बेच पाए, इसके लिए पुलिस को सतर्क रहने की आवश्यकता है. उन्होंने अभियान से जुडे़ सभी पुलिस पदाधिकारियों से नशे को कारोबार को जड़ से समाप्त करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये.

एक युद्ध नशे के विरुद्ध, हेल्पलाइन 9153886238 पर दें जानकारी

एससपी चंदन सिन्हा ने आम लोगों से भी सहयोग की अपील की है. नशा मुक्त समाज के निर्माण में आम जनता का सहयोग बेहद जरुरी है. इसके लिए रांची पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. जिस पर व्हाट्सएप के माध्यम से रांची में चल रहे नशे के कारोबार, मादक पदार्थों की बिक्री एवं इसमें संलिप्त व्यक्ति की जानकारी दी जा सकती है.

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को हेल्पलाइन नंबर 9153886238 नोट कराया गया एवं सभी से दूसरे लोगों से साझा करने की अपील की गयी. कार्यक्रम में न्यूरो फिजिशियन, रिनपास सजल अशीष नाग द्वारा मादक पदार्थों के आदि हो चुके व्यक्ति के उपचार के संबंधित आवश्यक जानकारी भी दी गई, साथ ही सभी लोगों को मादक पदार्थों पर रोक के लिए जन जागरण के लिए शपथ भी दिलाई गई.

ये भी पढ़ें:

जानलेवा सूखा नशा! पांच डोज के बाद लग जाती है लत, पाउडर की आदत छुड़ाना मुश्किल, काउंसलिंग में चौकाने वाले खुलासे - Brown sugar addiction

नौनिहालों को नशे से बचाने में जुटा शिक्षा विभाग, राज्य भर में चलेगा जन जागरुकता अभियान - Ek Yudh Nashe Ke Virudh

रांची: नशे के तस्करों के खिलाफ और मादक पदार्थों पर रोक लगाने को लेकर पुलिस, जिला प्रशासन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, रिहैब सेंटर के अधिकारी, डॉक्टर, एनजीओ के साथ साथ छात्र और समाज के प्रबुद्ध लोग पहली बार एक मंच पर नजर आए. मंच के माध्यम से मादक पदार्थों पर रोक के लिए आवश्यक जानकारी और जोरदार जन सहभागिता पर बल दिया गया.

विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों की दी गयी जानकारी

मादक पदार्थो के खिलाफ लड़ाई के लिए सबसे पहले कार्यक्रम में शामिल लोगों को नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के एसपी सारिक उमर के द्वारा विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों और उनके प्रभाव के बारे में पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी गयी. कार्यक्रम में शामिल लोगों को विशेषकर छात्रों को मादक पदार्थों की पहचान, सेवन से होने वाले प्रभाव और बचाव के बारे में विस्तार से बताया गया. नशे के सेवन से किस तरह युवा पीढ़ी और समाज प्रभावित हो रहे हैं. इससे संबंधित एनसीबी का वीडियो भी सभी को दिखाया गया.

बच्चों से मेल-मिलाप बढ़ाये - एसएसपी

कार्यक्रम के दौरान रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि नशे के खिलाफ अब जन जागरण की आवश्यकता है. माता-पिता अपने बच्चों के क्रियाकलापों पर नजर रखें, उनसे बातचीत करें, उनके साथ में लंच या डिनर करें. बच्चों की आंखों, चलने और बोलने के तरीके से पहचानें, कहीं वो नशा तो नहीं कर रहे, एससपी ने उदाहरण देते हुए बताया कि सिगरेट क्या है? तंबाकू की डंडी, जिसके एक सिरे में धुआं है और दूसरे सिरे पर एक मूर्ख जैसा इंसान. इसलिए इसे समझने की जरूरत है.

एससपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि जिले में कोई भी मादक पदार्थ आसानी से न बेच पाए, इसके लिए पुलिस को सतर्क रहने की आवश्यकता है. उन्होंने अभियान से जुडे़ सभी पुलिस पदाधिकारियों से नशे को कारोबार को जड़ से समाप्त करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिये.

एक युद्ध नशे के विरुद्ध, हेल्पलाइन 9153886238 पर दें जानकारी

एससपी चंदन सिन्हा ने आम लोगों से भी सहयोग की अपील की है. नशा मुक्त समाज के निर्माण में आम जनता का सहयोग बेहद जरुरी है. इसके लिए रांची पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. जिस पर व्हाट्सएप के माध्यम से रांची में चल रहे नशे के कारोबार, मादक पदार्थों की बिक्री एवं इसमें संलिप्त व्यक्ति की जानकारी दी जा सकती है.

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को हेल्पलाइन नंबर 9153886238 नोट कराया गया एवं सभी से दूसरे लोगों से साझा करने की अपील की गयी. कार्यक्रम में न्यूरो फिजिशियन, रिनपास सजल अशीष नाग द्वारा मादक पदार्थों के आदि हो चुके व्यक्ति के उपचार के संबंधित आवश्यक जानकारी भी दी गई, साथ ही सभी लोगों को मादक पदार्थों पर रोक के लिए जन जागरण के लिए शपथ भी दिलाई गई.

ये भी पढ़ें:

जानलेवा सूखा नशा! पांच डोज के बाद लग जाती है लत, पाउडर की आदत छुड़ाना मुश्किल, काउंसलिंग में चौकाने वाले खुलासे - Brown sugar addiction

नौनिहालों को नशे से बचाने में जुटा शिक्षा विभाग, राज्य भर में चलेगा जन जागरुकता अभियान - Ek Yudh Nashe Ke Virudh

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.