रांची: एसएसपी चंदन सिन्हा के नेतृत्व में रांची पुलिस ने पिछले तीन महीने में राजधानी में सेक्स रैकेट चलाने या इसमें शामिल होने वाले तीन विदेशियों समेत रिकॉर्ड 62 लोगों को जेल भेजा है. लेकिन इसके बावजूद पुलिस को सूचना मिली है कि राजधानी में अभी भी बड़े पैमाने पर देह व्यापार के कई मैनेजर सक्रिय हैं. सूचना मिलने के बाद पुलिस अब उन मैनेजरों की तलाश में जुट गई है.
बड़ा रैकेट शामिल
राजधानी रांची में बड़े पैमाने पर सेक्स रैकेट चल रहा है. शहर हो या गांव, जहां भी होटल की सुविधा उपलब्ध है, वहां यह धंधा चल रहा है. हालांकि रांची पुलिस सेक्स वर्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, लेकिन उन्हें रांची लाकर देह व्यापार कराने वाले गिरोह के संचालक और मैनेजर पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहे हैं.
लेकिन सेक्स रैकेट को लेकर अब तक जिन होटलों में छापेमारी की गई, वहां के सीसीटीवी पुलिस के लिए बड़ी कड़ी साबित हुए हैं. सीसीटीवी खंगालने पर दर्जनों संदिग्ध देर रात तक होटलों में आते-जाते दिख रहे हैं, जिनसे होटल स्टाफ किसी तरह की पूछताछ नहीं कर रहा है. वे होटल में आते हैं और सीधे कमरे में चले जाते हैं. ऐसे सभी संदिग्धों की तस्वीरें निकालकर उनकी जांच की जा रही है.
मैनेजरों की तलाश, नामों का हो रहा खुलासा
हाल के दिनों में रांची पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजी गई सेक्स वर्करों से पूछताछ में पुलिस को सेक्स रैकेट में शामिल गिरोह के सदस्यों के बारे में कई अहम जानकारी मिली है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पूछताछ में पुलिस को पता चला कि साहिल उर्फ राजा सिंह, राज, वसीक उर्फ वासु, कुमार, सूरज राणा, समर सिंह उर्फ विक्रम सिंह और सुजीत पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों से लड़कियों को लाकर रांची में देह व्यापार कराते हैं. पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि गिरोह के सदस्य होटल संचालकों को भी अपने साथ मिला लेते हैं. उन्हें भी मुनाफे का लालच देकर लड़कियों को उन होटलों में भेजकर देह व्यापार कराते हैं.
व्हाट्सएप के जरिए खुद ही सेट करते हैं ग्राहक
होटल में लड़कियों को रखने के बाद गिरोह के सदस्य खुद ही उनके लिए ग्राहक ढूंढते हैं. वे ग्राहकों को व्हाट्सएप के जरिए लड़कियों की तस्वीरें भेजते हैं. डील फाइनल होने के बाद वे आधा पेमेंट ऑनलाइन ले लेते हैं. खाते में रकम जमा होने के बाद वे ग्राहक को होटल की जानकारी के साथ कमरा नंबर उपलब्ध कराते हैं. होटल के कमरे में पहुंचने के बाद उन्हें कमरे के किराए के अलावा आधी रकम सेक्स वर्कर को ऑनलाइन देनी होती है.
छापेमारी होती है तो बदल देते हैं थाना क्षेत्र
रांची पुलिस जिस इलाके में सेक्स वर्कर को पकड़ती है, वहां छापेमारी करती है. इसके बाद गिरोह के सदस्य उस इलाके को छोड़ देते हैं. दूसरे थाना क्षेत्र में जाकर होटल संचालकों की मिलीभगत से फिर से धंधा शुरू कर देते हैं.
"राजधानी रांची में किसी भी कीमत पर अनैतिक देह व्यापार नहीं चलने दिया जाएगा. किसी भी थाना क्षेत्र में इस तरह का घिनौना काम नहीं होने दिया जाएगा. इस तरह के धंधे में शामिल सफेदपोशों और उनके मैनेजरों की तलाश की जा रही है. इस धंधे के मैनेजरों और सफेदपोशों की गिरफ्तारी होते ही पुलिस इस धंधे पर पूरी तरह रोक लगाने में सफल हो जाएगी." - चंदन कुमार सिन्हा, एसएसपी, रांची
यह भी पढ़ें: