नई दिल्ली: राजधानी में रंगपुरी इलाके में व्यक्ति और उसकी चार बेटियों द्वारा आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने वजह का खुलासा किया है. वहीं मृतकों के परिवारवालों के बयान भी सामने आए हैं, जो इस केस में उनके बारे में काफी कुछ बता रहे हैं. दोनों छोटे भाई गुड़गांव के मानेसर और गाजियाबाद में रहते हैं और पोस्टमार्टम के समय पहुंचे थे.
उनके छोटे भाई राजकुमार शर्मा ने कहा कि जब भाभी (हीरालाल शर्मा की पत्नी) की मौत हुई थी तब हम उनसे मिलने गए थे. उसके बाद से उनके घर आना जाना नहीं हुआ, न ही हमारी फोन पर बातचीत होती थी. पुलिस ने हमें इस घटना के बारे में सूचना दी थी. वहीं, उनके छोटे भाई मोहन शर्मा ने बताया कि वह उन्हें नहीं पता कि उनके भाई ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया. उनकी सबसे बड़ी बेटी 25 साल की थी. इस साल जनवरी में उनकी आखिरी मुलाकात हुई थी. अपनी आर्थिक स्थिती को लेकर उन्होंने कभी चर्चा नहीं की.
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मामले पर डीसीपी रोहित मीणा ने कहा कि जिस तरह से इस मौत को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं, वह ठीक नहीं है. अभी तक जितनी जानकारी सामने आई है, उससे तो यही पता चला है कि आर्थिक तंगी और चारों बच्चियों का दिव्यांग होना हीरालाल के लिए काफी कष्टदायक था. इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया.
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