ETV Bharat / state

देहरादून में जमीन के नाम पर 3.50 करोड़ रुपए की ठगी, पुलिस ने पांच लोगों पर दर्ज किया मुकदमा - LAND FRAUD CASE VIKASNAGAR

उत्तराखंड में जमीनों की खरीद-फरोख्त के नाम पर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है.

Etv Bharat
कॉन्सेप्ट इमेज (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 3 hours ago

विकासनगर: देहरादून जिले के विकासनगर कोतवाली क्षेत्र में जमीन बेचने के नाम पर करीब तीन करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामल में पीड़ित की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

दरअसल, विकासनगर कोतवाली पुलिस को देहरादून के रहने वाले राजीव आनंद ने इस मामले में तहरीर दी थी. उन्होंने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि वह कंस्ट्रक्शन का काम करते है और उन्हें अपना कुछ पैसा जमीन में इन्वेस्ट करना था. इस बारे में उन्होंने अपने परिचित मनित बालिया (निवासी बदरीपुर देहरादून) और शावेज खान (निवासी माता मंदिर रोड देहरादून) से बात की.

दोनों ने राजीव आनंद की मुलाकात लाखन सिंह (निवासी बंशीपुर एटनबाग हरबर्टपुर) से कराई. लाखन सिंह ने राजीव आनंद को बताया कि वह यहां का मूल निवासी है और उसके साथी जगबीर सिंह, मोहम्मद इकराम व इश्तियाक के पास 65 बीघा जमीन एक चक है, जिस पर कोई विवाद भी नहीं है.

राजीव आनंद का आरोप है कि लाखन सिंह, जगबीर सिंह, मोहम्मद इकराम, इश्तियाक और अब्दुल कादिर ने अपने परिवार के नाम की खतौनी भी दिखाई. इसके बाद उनके बीच 32 लाख 70 हजार रुपए प्रति बीघा का रेट तय हुआ. इस तरह दिसंबर 2023 में राजीव आनंद ने आठ करोड़ 83 लाख 23 हजार रुपए आरोपियों को दिए.

राजीव आनंद की शिकायत के मुताबिक, 8 करोड़ रुपए से ज्यादा लेने के बाद आरोपियों ने 16 बीघा जमीन की रजिस्ट्री उसके नाम की, जिसकी कीमत करीब पांच करोड़ 30 लाख रुपए थी. इस दौरान बाकी साढ़े तीन करोड़ की भूमि का राजीव आनंद के साथ एग्रीमेंट किया और कुछ दिन बाद रजिस्ट्री करने की बात की.

आरोप है कि जब कुछ दिनों बाद राजीव आनंद ने बची हुई जमीन की रजिस्ट्री कराने को कहा तो आरोपी आनाकानी करने लगे. इसके बाद राजीव आनंद को उनकी नीयत पर शक हुआ और राजीव ने जमीन के दस्तावेज खंगालने शुरू किए. जमीनों के दस्तावेज खंगाले गए तो पता चला कि जिस जमीन का आरोपियों ने उसके साथ अनुबंध किया था, वो उन्होंने अपने नाम करवा ली है. जब इस बारे में राजीव आनंद ने आरोपियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि उसे कोई जमीन नहीं मिलेगी और न ही वो उसका तीन करोड़ रुपया वापस करेंगे.

राजीव आनंद का आरोप है कि आरोपियों ने उसके साथ न सिर्फ झूठे कूट रचित दस्तावेज बनाकर धोखाधड़ी की है, बल्कि गाली गलौज कर उसको व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी है. विकासनगर कोतवाल राजेश शाह ने बताया कि सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.

पढ़ें---

विकासनगर: देहरादून जिले के विकासनगर कोतवाली क्षेत्र में जमीन बेचने के नाम पर करीब तीन करोड़ रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामल में पीड़ित की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

दरअसल, विकासनगर कोतवाली पुलिस को देहरादून के रहने वाले राजीव आनंद ने इस मामले में तहरीर दी थी. उन्होंने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि वह कंस्ट्रक्शन का काम करते है और उन्हें अपना कुछ पैसा जमीन में इन्वेस्ट करना था. इस बारे में उन्होंने अपने परिचित मनित बालिया (निवासी बदरीपुर देहरादून) और शावेज खान (निवासी माता मंदिर रोड देहरादून) से बात की.

दोनों ने राजीव आनंद की मुलाकात लाखन सिंह (निवासी बंशीपुर एटनबाग हरबर्टपुर) से कराई. लाखन सिंह ने राजीव आनंद को बताया कि वह यहां का मूल निवासी है और उसके साथी जगबीर सिंह, मोहम्मद इकराम व इश्तियाक के पास 65 बीघा जमीन एक चक है, जिस पर कोई विवाद भी नहीं है.

राजीव आनंद का आरोप है कि लाखन सिंह, जगबीर सिंह, मोहम्मद इकराम, इश्तियाक और अब्दुल कादिर ने अपने परिवार के नाम की खतौनी भी दिखाई. इसके बाद उनके बीच 32 लाख 70 हजार रुपए प्रति बीघा का रेट तय हुआ. इस तरह दिसंबर 2023 में राजीव आनंद ने आठ करोड़ 83 लाख 23 हजार रुपए आरोपियों को दिए.

राजीव आनंद की शिकायत के मुताबिक, 8 करोड़ रुपए से ज्यादा लेने के बाद आरोपियों ने 16 बीघा जमीन की रजिस्ट्री उसके नाम की, जिसकी कीमत करीब पांच करोड़ 30 लाख रुपए थी. इस दौरान बाकी साढ़े तीन करोड़ की भूमि का राजीव आनंद के साथ एग्रीमेंट किया और कुछ दिन बाद रजिस्ट्री करने की बात की.

आरोप है कि जब कुछ दिनों बाद राजीव आनंद ने बची हुई जमीन की रजिस्ट्री कराने को कहा तो आरोपी आनाकानी करने लगे. इसके बाद राजीव आनंद को उनकी नीयत पर शक हुआ और राजीव ने जमीन के दस्तावेज खंगालने शुरू किए. जमीनों के दस्तावेज खंगाले गए तो पता चला कि जिस जमीन का आरोपियों ने उसके साथ अनुबंध किया था, वो उन्होंने अपने नाम करवा ली है. जब इस बारे में राजीव आनंद ने आरोपियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि उसे कोई जमीन नहीं मिलेगी और न ही वो उसका तीन करोड़ रुपया वापस करेंगे.

राजीव आनंद का आरोप है कि आरोपियों ने उसके साथ न सिर्फ झूठे कूट रचित दस्तावेज बनाकर धोखाधड़ी की है, बल्कि गाली गलौज कर उसको व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी है. विकासनगर कोतवाल राजेश शाह ने बताया कि सभी पांचों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.

पढ़ें---

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.