रामनगर: कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे कई ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से बाघ का आतंक बना हुआ है. जिस कारण ग्रामीण खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. अभी तक बाघ कई लोगों को अपना निवाला बनाया जा चुका है. पिछले दिनों सांवल्दे की दुर्गा देवी को बाघ ने मौत के घाट उतार दिया था. ऐसे में ग्रामीणों का आक्रोश लगातार कॉर्बेट प्रशासन और वन विभाग के खिलाफ बढ़ता जा रहा है. वहीं, गुलदार को पकड़ने की मांग को लेकर आत्मदाह की चेतावनी देने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
दरअसल, बाघ को पकड़े जाने को लेकर ग्रामीण लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. जिसको लेकर ग्रामीणों ने बीती 30 जनवरी को सांवल्दे की मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया था. साथ ही पर्यटन जोन झिरना और ढेला जोन में पर्यटकों की आवाजाही बंद कर प्रदर्शन किया था. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने इस बाघ को पकड़ने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया था. इसके बाद ग्रामीणों ने अधिकारियों को 5 दिन का अल्टीमेटम देकर रविवार को फिर से प्रदर्शन की चेतावनी दी थी. ऐसे में सांवल्दे पुल से लेकर झिरना गेट तक धारा 144 भी लगा दी गई है. साथ ही इस क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिस भी तैनात है.
वहीं, पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने भी अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए रविवार यानी आज कॉर्बेट पार्क के झिरना पर्यटन जोन गेट पर आत्मदाह करने की घोषणा की थी. लिहाजा, आज पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी पूर्व घोषित आत्मदाह के कार्यक्रम के तहत झिरना पर्यटन जोन निकलने की तैयारी में थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें घर से ही हिरासत में लिया है. इसके अलावा ग्रामीणों को आंदोलन न करने की अपील की जा रही है. वहीं, ग्रामीणों ने सड़क पर बैठकर अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
छावनी तब्दील कर दिया था संजय नेगी का घर: बता दें कि रविवार की सुबह ही पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के घर के आसपास के क्षेत्र को पूरी तरह पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया था. उनके घर के आसपास भी भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. इसके कुछ देर बाद कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने पुलिस बल के साथ पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी को हिरासत में ले लिया. जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली. वहीं, संजय नेगी की पत्नी मंजू नेगी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई है.
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