रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में चोरों का गिरोह तीर्थयात्रियों का सामान चुराने का काम कर रहा है. ये चोर रात के समय टेंटों और होटलों में सो रहे तीर्थयात्रियों के कमरों में किसी तरह से घुसकर उनके फोन, सोना-चांदी और नगदी पर हाथ साफ कर रहे हैं. बीती देर रात भी चोरों का गिरोह बेस कैंप में चोरी करने गया, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ लिया. इनमें दो चोर मौके से भागने में कामयाब रहे. जबकि, एक नाबालिग को पकड़ा गया, जिसके बाद पूरी कहानी का पता चला.
केदारनाथ में चोरी की घटनाओं से यात्री परेशान: केदारनाथ धाम के श्रद्धालुओं की उमड़ती भीड़ के बीच चोर गिरोह सक्रिय हो गया है. जो धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं का सामान उड़ा रहे हैं. बीती 21 मई की रात को भी समय केदारनाथ धाम से दो किमी पहले बेस कैंप में जब चोर गिरोह के तीन सदस्य टेंटों में चोरी कर रहे थे तो स्थानीय व्यापारियों ने पकड़ लिया. इनमें दो चोर भागने में सफल रहे. जबकि, तीसरा नाबालिग पकड़ा गया.
नेपाली मूल के चार आरोपी गिरफ्तार: सुबह के समय नाबालिग को बेस कैंप पुलिस चौकी लाया गया, जहां पर उसने बताया कि उनके गिरोह में अन्य लोग भी शामिल हैं. जिसके बाद पता चला कि केदारनाथ धाम स्थित नेपाल भवन के नीचे नेपाली मूल के लोगों का चोर गिरोह तीर्थयात्रियों को लूटने का काम कर रहा है.
जब स्थानीय लोग चोर गिरोह के अड्डे पर पहुंचे तो नेपाली मूल के लोगों में हड़कंप मच गया और इनमें कुछ लोग भागने में सफल रहे. जबकि, तीन नेपाली मूल के लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गए. इसी बीच स्थानीय व्यापारियों ने उनकी जमकर धुनाई कर दी. उनके पास से पुलिस को 15 आई फोन, स्मार्ट फोन के साथ नकदी और धारदार हथियार भी मिले. जिसके बाद सभी चोरों को केदारनाथ चौकी लाया गया.
केदारनाथ बेस कैंप संघर्ष समिति के अध्यक्ष पवन राणा ने बताया कि केदारनाथ धाम समेत अन्य यात्रा पड़ावों में चोरी की घटनाएं सामने आ रही है. इन चोरी की घटनाओं से देवभूमि का नाम बदनाम हो रहा है. तीर्थयात्री भी चोरी की घटनाओं से खासे परेशान हैं. उन्हें लग रहा था कि स्थानीय लोग चोरी कर रहे हैं, लेकिन नेपाली मूल के लोग चोरी की घटना को अंजाम देते पाए गए हैं.
उन्होंने बताया कि ये लोग यात्रा पड़ावों पर शराब समेत अन्य नशीले पदार्थों को बेचने का काम भी कर रहे हैं. कुछ स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मिली दुकानों और टेंटों को नेपाली मूल के लोगों को दिया है, जिससे उनके हौंसले बुलंद हैं. जिन स्थानीय लोगों ने इन लोगों को अपनी दुकान और टेंट दिए हैं, उनके खिलाफ भी प्रशासन से कार्रवाई के लिए कहा गया है. वहीं, केदारनाथ में चोरी के मामले में नेपाली मूल के सुरेश बहादुर, राकेश शाही, तपेंद्र शाही और सूरज को पकड़ा गया है. जबकि, जीवन बहादुर फरार चल रहा है.
"तीर्थयात्रियों की शिकायत मिल रही थी कि उनका सामान चोरी हो रहा है. इस पर पुलिस नजर बनाए हुए थी. स्थानीय लोगों की मदद से नेपाली मूल के चार चोरों को पकड़ा गया है. उनके पास से मोबाइल फोन, धारदार हथियार के साथ कुछ नगदी बरामद किया गया है. अब सभी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है."- मंजुल रावत, चौकी इंचार्ज, बेस कैंप केदारनाथ
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