लखनऊ : राजधानी लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र में एक युवक ने कोचिंग से लौट रहे उसके पुत्र की दो उप निरीक्षकों तथा दो कांस्टेबल द्वारा बुरी तरह पिटाई का आरोप लगाकर बंथरा थाने में शिकायत की थी. युवक ने बताया कि उसका लड़का लगातार पुलिस से पिटाई का कारण पूछता रहा, लेकिन पुलिसवालों ने उसे कारण न बताते हुए लात-घूंसों व बेल्ट से बुरी तरह पीटा. इससे लड़के को गंभीर चोटें आई हैं. शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने चारों आरोपियों को लाइन हाजिर कर दिया है. मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.
मूलरूप से बंथरा के खांडेदेव गांव में रहने वाले भोला श्रीवास्तव ने बंथरा थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया था कि उनका बेटा कोचिंग गया हुआ था. वापस लौटते समय दो पुलिसवाले उसे जबरदस्ती रास्ते से उठा ले गए तथा थाने में ले जाकर लात घूसों थप्पड़ों तथा बेल्ट से बुरी तरह मारा पीटा. उसके नाजुक अंग पर भी लात मारी, इससे उसे गंभीर चोट आई हैं. बेटे का विगत वर्ष दुर्घटना होने के बाद से अपोलो हॉस्पिटल में न्यूरो का निरंतर इलाज चल रहा है.
जब भोला श्रीवास्तव अपने बेटे को लेने थाने पहुंचे तो वहां पर मौजूद बीट इंचार्ज बलबीर सिंह तथा दारोगा विजय प्रताप, सिपाही उज्जवल तथा एक अन्य ने उनसे बदतमीजी की. पीड़ित पारस श्रीवास्तव का पुलिस पर पिटाई करने का आरोप लगाते हुए वीडियो और पिटाई के बाद शरीर पर बने निशान की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. डीसीपी दक्षिणी तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि छात्र की पिटाई के मामले में सूचना मिलने के बाद आरोपी सिपाही व दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है. मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.
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