नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: थाना एक्सप्रेसवे व सीआरटी/स्वाट 2 की टीम ने अवैध गांजे की तस्करी करने वाले तीन शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तस्करों के कब्जे से 60 किलो अवैध गांजा बरामद किया है जिसकी कीमत 22 लाख रुपए बताई गई है. गिरफ्तार तस्कर आंध्र प्रदेश में उड़ीसा बॉर्डर से पिट्ठू बैगों में लाकर गंजे की तस्करी छोटे पैकेट बनाकर करते थे. तस्करों की पहचान गाजियाबाद के विजयनगर निवासी पंकज नेगी, विशाल सिंह और गोलू कुमार के रूप में हुई है. यह गिरोह इस गंजे को नोएडा और ग्रेटर नोएडा में तस्करी करता था.
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थाना एक्सप्रेसवे प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि इस गिरोह का सरगना गोलू कुमार है. गोलू पहले भी अपराध में जेल जा चुका है. जेल से छूटने के बाद यह बिहार जाकर अपना दूसरा गिरोह बनाकर अपराध में संलिप्त हो गया. गोलू ने बताया गया कि वे लोग एक साथ ट्रक में माल न लाकर छोटी-छोटी मात्रा में ट्रेन व बस के जरिए अवैध गांजा छिपा कर जगह-जगह सप्लाई करते हैं.
गोलू ने बताया कि वे यह गांजा तनकू, उड़ीसा व आंध्र प्रदेश बॉर्डर से गांजे को पिट्ठू बैग में नीचे की तरफ गांजे के पैकेट भरते हैं और फिर उसे बैग में ऊपर पहनने के कपड़े आदि भर लेते हैं जिससे कि जल्दी से कोई पकड़ नहीं पता. जिसके बाद इस गांजे के छोटे-छोटे पैकेट बनाकर तस्करी करते हैं.
गांजा तस्करों ने बताया कि यह गांजा उच्च क्वालिटी का है जिसे उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के इलाकों में तथा पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले विशेष पत्तियों को बार-बार उलट पलट कर सुखाकर दबाकर एवं उनसे एक विशेष रासायनिक परिवर्तन कर तैयार किया जाता है. जिससे इसकी नशे की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है. इसी के चलते इसकी मांग बाजार में अधिक है और इसकी कीमत भी सामान्य गांजे से कई गुना अधिक है.
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