औरैया : जनपद के अयाना थाना क्षेत्र में भागवत कथा के दौरान चोरी हुए महिला के जेवरात दिलाने के नाम पर ठगी का प्रयास करने वाले ठग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, ठग ने थाने का सिपाही बताकर पीड़िता को फोन कर 20 हजार रुपए की मांग की. जिसके बाद पीड़िता ने फोन की जानकारी पुलिस को दी. हरकत में आई पुलिस ने युवक को सर्विलांस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है.
दरअसल, औरैया जनपद के अयाना थाना क्षेत्र के कौशल्या वाटिका में बीती 3 जून 2024 को चल रही भागवत कथा के दौरान कई महिलाओं के जेवरात व पर्स चोरी हुए थे. मामले की जानकारी पुलिस को होते ही कई आरोपित महिलाओं को जेल भी भेजा था. पुलिस ने जिनके पास से चोरी के जेवरात भी बरामद किए थे. वो थाने के मालखाने में जमा कर दिए थे. पुलिस के मुताबिक, उन्हीं जेवरों को छुड़ाने के लिए टीकमगढ़ मध्य प्रदेश के रहने वाले नाहर सिंह ने ऑनलाइन एफआईआर कॉपी निकालकर पीड़िता से जमा जेवरों के दिलाने के नाम पर रुपए मांगे.
जेवरात दिलाने के नाम पर मांगे रुपए : पुलिस के मुताबिक, मामले में चोरी हुए जेवरातों को पुलिस ने आरोपी महिलाओं से बरामद कर थाना के मालखाने में जमा कर दिया था. जिसके बाद पीड़िता के पास एक नम्बर से फोन गया, जिसमें उसने अपना परिचय थाना अयाना में तैनात विकास सिपाही के रूप में दिया और माल खाने में जमा जेवरातों को बिना कोर्ट की परमिशन के निकालने के ऑनलाइन 20 हजार रुपए मांगे.
महिला ने की शिकायत : पीड़िता ने घटना की जानकारी अपने नाती दिशांक सेंगर को दी. जिसके बाद दिशांक ने उस युवक के नम्बर पर कॉल कर बात की तो ठग ने 10 हजार रुपए में जेवरों को दिलाने की बात मान ली और क्यूआर कोड के माध्यम से रुपए ट्रांसफर करने की बात कही. तभी दिशांक ने थाने के गेट पर रुपए देने की जिद की तो युवक ने बहाना बनाकर फोन काट दिया. संदेह होने पर विकास नाम के सिपाही की जब जांच पड़ताल की गई तो ज्ञात हुआ कि विकास नाम का सिपाही थाने में तैनात ही नहीं है.
पुलिस ने ऐसे किया खुलासा : एसपी चारू निगम ने बताया कि ठग द्वारा दिए गए क्यूआर कोड की जब पुलिस ने पड़ताल की तो पता चला कि टीकमगढ़ मध्य प्रदेश के रहने वाले नाहर सिंह ने पीड़िता को फोन कर रुपयों की मांग की थी. पुलिस ने जांच की तो पता चला कि ठग नाहर सिंह इस वक्त जिले में ही है. मुखबिर की सूचना पर मंगलवार को पुलिस ने अंतौल के पास से नाहर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है.
UP COP एप्प की मदद से निकालते थे एफआईआर : पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में आरोपी नाहर सिंह ने बताया कि उसकी टीम उत्तर प्रदेश पुलिस के UP COP एप्प की मदद से ऑनलाइन एफआईआर को निकाल कर पीड़ितों को फोन कर उनसे रुपयों की मांग करते थे, उन्होंने इससे पहले भी कई जनपदों में ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है.