चतरा: लोकसभा चुनाव के नामांकन के दौरान चतरा जिला निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय परिसर में शुक्रवार को जमकर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. बसपा के टिकट पर नामांकन करने के लिए जिला कार्यालय पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची सदर थाना पुलिस की टीम के साथ उनकी जमकर बहस हुई.
नामांकन करने के बाद कार्यालय परिसर में बसपा प्रत्याशी नागमणि मीडिया को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान सदर थाना प्रभारी विपिन कुमार ने उन्हें रोका तो नागमणि थाना प्रभारी से ही उलझ गए और उन्हें कानून का पाठ पढ़ाने लगे. जिसके बाद न्यायालय से निर्गत वारंट के आधार पर थाना प्रभारी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. नागमणि की गिरफ्तारी 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान दर्ज चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में हुई है.
नागमणि 20 मई को होने वाले चतरा लोकसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर नामांकन करने समाहरणालय पहुंचे थे. नामांकन करने के बाद थाना प्रभारी ने उनसे सहयोग की अपील करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार के कद्दावर नेता नागमणि को चतरा पुलिस ने गिरफ्तार कर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है.
अपनी गिरफ्तारी के बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुए नागमणि ने कहा कि उन्हें राजनीतिक षड्यंत्र के तहत चुनाव से दूर करने के नीयत से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस गुंडागर्दी दिखा रही है ना हमसे कभी पूछताछ की गई और ना ही पूर्व में कोई नोटिस दिया गया, अचानक दो दिन पूर्व मुझे पता चला, जब मैं कार्यक्रम के लिए परमिशन मांगा. उन्होंने कहा कि नागमणि को पूरा देश जानता है, उसके बाद भी पुलिस का गुंडागर्दी इस कदर होगी, हमलोग इसको किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे. जनता का प्यार और आशीर्वाद मिलता है तो पुलिस के इस गुंडागर्दी के खिलाफ मैं लड़ाई लडूंगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने कहा कि सामंती, ब्राह्मणवाद और भूमिहार वाद यह दोनों मिलकर गुंडागर्दी कर रहे हैं, जनता इसका मुंहतोड़ जवाब उन्हें देगी. वहीं पति की गिरफ्तारी के बाद नागमणि की पत्नी बिहार की पूर्व मंत्री सुचित्रा सिन्हा ने कहा कि उनके विरुद्ध बीजेपी और कांग्रेस दोनों मिलकर षड्यंत्र कर रही है. जनता उन्हें जीताकर सदन में भेजे, सभी विरोधियों को खुद मुंहतोड़ जवाब मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी फॉरवर्ड हैं, हम लोग बैकवर्ड हैं, इसलिए हम लोगों को ये सब दबाना चाहते हैं. हम लोग दबने वाले नहीं हैं.
इसको लेकर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राजन मेहता ने कहा कि नामांकन करने पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है, यहां मनुवाद और सामंतवाद ताकत हावी है. नागमणि की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर विपक्षी घबरा गए हैं, बसपा के लोग नागमणि के साथ थे हैं और रहेंगे.
क्या है मामला
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि की गिरफ्तारी 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता उलंघन के मामले में ईटखोरी थाना में दर्ज पुराने मामले को लेकर की गई. कांड संख्या 20/2014 में पुलिस को इनकी तलाश थी. इस बाबत इनके विरुद्ध न्यायालय से स्थायी वारंट निर्गत था. बता दें कि नागमणि अटल मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री रहने के साथ-साथ बिहार सरकार में भी मंत्री रहे हैं. वहीं इनकी पत्नी सुचित्रा सिन्हा भी बिहार सरकार में मंत्री रही हैं. वहीं पिता जगदेव प्रसाद तीन बार विधायक और ससुर सतीश प्रसाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं.
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