रांचीः झारखंड में अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस का अभियान जोर-शोर से चल रहा है. कार्रवाई के दौरान आए दिन चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं. अब तो रांची के ग्रामीण इलाकों में भी अफीम तस्करों की गतिविधि बढ़ गई है. इसका खुलासा हुआ है दशम फॉल थाना क्षेत्र के कडरुडीह गांव में छापेमारी के दौरान. पुलिस ने कडरुडीह में करीब 5 एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट किया है. इस मामले में मेघनाथ मुंडा नामक ग्रामीण को गिरफ्तार किया गया है. जबकि मामले में चार अन्य की खोजबीन जारी है.
दशम थाना क्षेत्र में कार्रवाई
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा को गुप्त सूचना मिली थी कि कडरुडीह गांव के आसपास के जंगल में करीब 5 एकड़ में अफीम की खेती की गई है. एसएसपी के निर्देश पर ग्रामीण एसपी ने बुंडू के एसडीओ के नेतृत्व में एक टीम गठित की. इस टीम ने कडरुडीह गांव के आसपास के जंगल क्षेत्र में करीब 5 एकड़ में लगी अफीम की फसल को ट्रैक्टर के जरिए नष्ट कर दिया है. इस मामले में दशम थाना में मेघनाथ मुंडा समेत पांच के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. घटनास्थल से दो मोटर, दो सिंचाई पंप, 2 एलईडी लाइट और अफीम के कुछ पौधे जब्त किए गए हैं.
डीजीपी के निर्देश पर पुलिस रेस
दरअसल, राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने अफीम की खेती के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दे रखा है. इसके खिलाफ सितंबर 2024 से ही अभियान चल रहा है. सिर्फ खूंटी जिला के अलग-अलग इलाकों में अब तक एक हजार से ज्यादा एकड़ में लगी अफीम की फसल नष्ट की गई है. इस मामले में पिछले दिनों सोयको थाना क्षेत्र के रोंगो गांव के ग्राम प्रधान साइमन नाग को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. इससे साफ है कि हर जगह एक सिंडिकेट बनाकर अफीम की खेती करवायी जा रही है.
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