ETV Bharat / state

लातेहार में अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 4 एकड़ में लगी फसल को किया गया नष्ट - OPIUM CULTIVATION IN LATEHAR

लातेहार में अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. जिससे तस्करों में हड़कंप है.

OPIUM CULTIVATION IN LATEHAR
अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 3 hours ago

Updated : 2 hours ago

लातेहार: पुलिस के द्वारा अफीम की खेती के खिलाफ जिले भर में बड़ा अभियान चलाया गया है. इसी क्रम में जिले के हेरहंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आसुए गांव के पास पुलिस ने अभियान चलाकर चार एकड़ में लगाई गई अफीम की खेती को नष्ट कर दिया है. पुलिस की इस कार्रवाई से तस्करों को बड़ा झटका लगा है.

अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई (Etv Bharat)

दरअसल लातेहार एसपी कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि हेरहंज थाना क्षेत्र के आसुए गांव के पास अफीम तस्करों के द्वारा अफीम की खेती का प्रयास किया जा रहा है. एसपी के निर्देश के बाद ड्रोन के माध्यम से छानबीन की गई और थाना प्रभारी कृष्ण पाल सिंह पवैया के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने चिन्हित स्थान पर छापेमारी की.

पुलिस जब स्थल पर पहुंची तो वहां पाया गया कि अफीम के छोटे-छोटे पौधे उग आए हैं. इसके बाद पुलिस की टीम ने ट्रैक्टर के माध्यम से लगभग चार एकड़ भूमि में लगाई गई अफीम की फसल को रौंद डाला.

ड्रोन और सेटेलाइट के माध्यम से की जा रही है निगरानी

इधर इस संबंध में जानकारी देते हुए लातेहार एसपी कुमार गौरव ने बताया कि लातेहार जिले के जिन इलाकों में अफीम की खेती की सूचना मिलती आई है. उन स्थानों में ड्रोन और सेटेलाइट के माध्यम से निगरानी की जा रही है.

एसपी ने कहा कि पुलिस के द्वारा अफीम की खेती के खिलाफ लगातार कार्रवाई भी की जा रही है और उसे नष्ट भी किया जा रहा है. यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस के द्वारा अफीम की खेती करने वाले लोगों को भी चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है और ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.

नदी नालों के किनारे और वन क्षेत्र में तस्करों की रहती है नजर

यहां बताते चलें कि अफीम की खेती करने वाले तस्कर दूरस्थ इलाकों में स्थित नदी नालों के किनारे और वन क्षेत्र में अफीम की खेती करने का प्रयास करते हैं. क्योंकि अफीम की खेती के लिए सिंचाई की काफी अधिक आवश्यकता होती है. इस कारण तस्कर नदी नालों के किनारे स्थित जमीन पर ही अपनी नजर बनाए रखते हैं.

तस्करों के द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को लोभ देकर इस प्रकार की खेती के कार्य में लगाया जाता है. थोड़े से पैसों के लालच में ग्रामीण अपने गांव के साथ-साथ अपने खुद के भविष्य को भी बर्बाद करने को तैयार हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें:

डीआईजी का सख्त निर्देश, कहा- जिस इलाके में अफीम की खेती होगी, वहां के थानेदार पर होगी कार्रवाई

बाइक से हो रही थी डोडा की ढुलाई, ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने एक को दबोचा

लातेहार: पुलिस के द्वारा अफीम की खेती के खिलाफ जिले भर में बड़ा अभियान चलाया गया है. इसी क्रम में जिले के हेरहंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आसुए गांव के पास पुलिस ने अभियान चलाकर चार एकड़ में लगाई गई अफीम की खेती को नष्ट कर दिया है. पुलिस की इस कार्रवाई से तस्करों को बड़ा झटका लगा है.

अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई (Etv Bharat)

दरअसल लातेहार एसपी कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि हेरहंज थाना क्षेत्र के आसुए गांव के पास अफीम तस्करों के द्वारा अफीम की खेती का प्रयास किया जा रहा है. एसपी के निर्देश के बाद ड्रोन के माध्यम से छानबीन की गई और थाना प्रभारी कृष्ण पाल सिंह पवैया के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने चिन्हित स्थान पर छापेमारी की.

पुलिस जब स्थल पर पहुंची तो वहां पाया गया कि अफीम के छोटे-छोटे पौधे उग आए हैं. इसके बाद पुलिस की टीम ने ट्रैक्टर के माध्यम से लगभग चार एकड़ भूमि में लगाई गई अफीम की फसल को रौंद डाला.

ड्रोन और सेटेलाइट के माध्यम से की जा रही है निगरानी

इधर इस संबंध में जानकारी देते हुए लातेहार एसपी कुमार गौरव ने बताया कि लातेहार जिले के जिन इलाकों में अफीम की खेती की सूचना मिलती आई है. उन स्थानों में ड्रोन और सेटेलाइट के माध्यम से निगरानी की जा रही है.

एसपी ने कहा कि पुलिस के द्वारा अफीम की खेती के खिलाफ लगातार कार्रवाई भी की जा रही है और उसे नष्ट भी किया जा रहा है. यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस के द्वारा अफीम की खेती करने वाले लोगों को भी चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है और ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.

नदी नालों के किनारे और वन क्षेत्र में तस्करों की रहती है नजर

यहां बताते चलें कि अफीम की खेती करने वाले तस्कर दूरस्थ इलाकों में स्थित नदी नालों के किनारे और वन क्षेत्र में अफीम की खेती करने का प्रयास करते हैं. क्योंकि अफीम की खेती के लिए सिंचाई की काफी अधिक आवश्यकता होती है. इस कारण तस्कर नदी नालों के किनारे स्थित जमीन पर ही अपनी नजर बनाए रखते हैं.

तस्करों के द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को लोभ देकर इस प्रकार की खेती के कार्य में लगाया जाता है. थोड़े से पैसों के लालच में ग्रामीण अपने गांव के साथ-साथ अपने खुद के भविष्य को भी बर्बाद करने को तैयार हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें:

डीआईजी का सख्त निर्देश, कहा- जिस इलाके में अफीम की खेती होगी, वहां के थानेदार पर होगी कार्रवाई

बाइक से हो रही थी डोडा की ढुलाई, ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने एक को दबोचा

Last Updated : 2 hours ago
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.