जमुआ,गिरिडीहः मानव तस्करी के खिलाफ गिरिडीह पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने जिला से गुजरात ले जाए जा रहे 23 श्रमिकों को मुक्त करवाया है. जिन श्रमिकों को मुक्त करवाया गया है उनमें 10 नाबालिग हैं.
यह कार्रवाई गिरिडीह एसपी डॉ विमल कुमार को मिली सूचना पर की गई है. मिली सूचना पर खोरीमहुआ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में अभियान चलाकर सभी को मुक्त करवाया गया.
एसडीपीओ के द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ नाबालिग व कुछ बालिग लड़के लड़कियों को बस के माध्यम से गुजरात ले जाया जा रहा है. सूचना पर पुलिस की टीम के द्वारा जमुआ-देवघर मुख्य मार्ग में पतरवा के समीप एक बस को पकड़ा गया. जिसमें 19 लड़के, तीन लड़की, एक महिला बैठी हुई थी.
इनमें से किसी के पास यात्रा का टिकट उपलब्ध नहीं था. पूछताछ पर पता चला कि सभी को एजेंटों के द्वारा गुजरात ले जाया जा रहा है. यात्रा टिकट एवं रास्ते का खर्च की जिम्मेवारी एजेंट की है. इसके बाद बस में बैठे सभी लड़के लड़कियों का रेस्क्यू किया गया.
बस जब्त, चालक गिरफ्तार
एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद द्वारा बताया गया कि इस मामले में बस को जब्त कर लिया गया जबकि बस के चालक को हिरासत में लिया गया. वहीं तस्करों के चंगुल से मुक्त करवाए गए बालक-बालिकाओं को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन को सुपुर्द कर दिया गया है. इस मामले में देवरी थाना में बस के चालक गुजरात के दाहोदा जिला अंतर्गत लीमाडीह थाना क्षेत्र के बकोल गांव चिराग हटिला, बस के मालिक जमुआ प्रखंड (नवडीहा ओपी) क्षेत्र के सियाटांड़ के छोटू भाई वर्मा, तस्कर राजधनवार थाना क्षेत्र के गुडरी गांव के बबलू राम, अरखांगो गांव के शंकर साव को के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं बस के चालक गुजरात के दाहोदा जिला अंतर्गत लीमाडीह थाना क्षेत्र के बकोल गांव चिराग हटिला को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है.
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