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पीएम मोदी ने काशी को सौंपा शंकरा नेत्रालय; 5 राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को मिला बड़ा तोहफा

PM Modi Varanasi Visit: उत्तर प्रदेश समेत मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, नेपाल तक के लोगों को पीएम मोदी ने दी बड़ी सुविधा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 9 hours ago

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बनारस में पीएम मोदी ने शंकरा नेत्रालय का किया उद्घाटन. (Photo Credit; ETV Bharat)

वाराणसी: अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी वासियों को शंकरा नेत्रालय समर्पित किया. यह नेत्रालय आंखों के इलाज में एक वरदान है, जिससे न सिर्फ पूर्वांचल के लोगों को लाभ मिलेगा. बल्कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, नेपाल तक के लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा होगी.

काशी और हरिहरपुर के लोग शंकर नेत्रालय की सुविधा को लेकर कहा कि यह अस्पताल न सिर्फ आंखों के इलाज के लिए बेहतर है. बल्कि इससे गांव के लोगों को रोजगार मिलेगा. गांव का विकास होगा और लोग अपने जीविकोपार्जन को और भी ज्यादा बेहतर बना सकेंगे. लोगों ने बताया कि यह अस्पताल बन जाने से अब गरीबों को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई नहीं जाना पड़ेगा बल्कि काशी में ही वह अपना इलाज कर लेंगे. ऐसे में पहले इलाज के लिए वह जितना पैसा आने जाने में खर्च करते थे अब उतने ही पैसे में उनके यहां पर इलाज हो जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे में उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मौजूद थे. उन्होंने कहा कि, काशी ही नहीं बल्कि पूर्वांचल के पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है. हमारी मोक्षदायिनी काशी अब नई ऊर्जा के साथ, नए संसाधनों के साथ नवजीवन दायिनी भी बन रही है.

'हर हर महादेव' के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया. इसके साथ ही उन्होंने मंच पर मौजूद लोगों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इस पावन महीने में काशी आना अपने आप में पुण्य की अनुभूति होती. यहां काशी वासी तो हैं ही संतजनों और परोपकारियों का भी संग है. इससे सुखद संयोग भला क्या हो सकता है. आज काशी को, पूर्वांचल को एक और आधुनिक अस्पताल मिला है. भगवान शंकर की नगरी में आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल आज से जन-जन के लिए समर्पित है.

लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा अस्पताल: उन्होंने कहा कि, मैं काशी के, पूर्वांचल के सभी परिवारजनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. हमारे शास्त्रों में कहा गया है 'तमसो मा ज्योतिर्गमय' यानी अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो. यह नेत्र अस्पताल वाराणसी और इस क्षेत्र के अनेकों लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा. उन्हें प्रकाश की ओर से जाएगा. मैं इस नेत्र अस्पताल को देखकर आया हूं. एक प्रकार से यह आध्यात्मिकता और आधुनिकता का संगम है. यह अस्पताल बुजुर्गों की भी सेवा करेगा और बच्चों को भी नई रोशनी देगा.

युवाओं को मिलेगा रोजगार का बड़ा अवसर: पीएम मोदी ने कहा कि इस अस्पताल में बहुत बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त इलाज मिलने वाला है. यहां के युवाओं के लिए भी यह अस्पताल रोजगार के अवसर लेकर आया है. यहां मेडिकल कॉलेजों के छात्र इंटर्नशिप, प्रैक्टिस कर सकेंगे. सपोर्ट स्टाफ के तौर पर भी यहां के अनेकों लोगों को काम मिलेगा. शंकरा आई फाउंडेशन के इस नेक काम से जुड़ने का इसके पहले भी मुझे अवसर मिला है. जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब वहां भी शंकरा नेत्र अस्पताल खुला था.

एक दशक में काशी में हुए अनेक कार्य: उन्होंने कहा कि, वाराणसी में ही दो नए आधुनिक संस्थान मिलने जा रहे हैं. काशी की पहचान धर्म और संस्कृति की राजधानी के रूप में रही है. अब काशी उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र, हेल्थ केयर हब के रूप में भी विख्यात हो रहा है. बीएचयू में ट्रॉमा सेंटर हो, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हो, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल और कबीरचौरा अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाना हो, बुजुर्गों और सरकारी कर्मचारियों के लिए विशेष अस्पताल हो, मेडिकल कॉलेज जैसे अनेक कार्य काशी में एक दशक में हुए हैं.

काशी बन रही है नवजीवन दायिनी: पीएम मोदी ने कहा कि, आज बनारस में कैंसर के इलाज के लिए भी आधुनिक अस्पताल है. पहले जिन मरीजों को दिल्ली, मुंबई जाना पड़ता था आज वे यहीं पर अपना इलाज करा पा रहे हैं. आज बिहार, झांरखंजड, छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों से हजारों लोग यहां उपचार के लिए आते हैं. हमारी मोक्षदायिनी काशी अब नई ऊर्जा के साथ, नए संसाधनों के साथ नवजीवन दायिनी भी बन रही है. पहले ही सरकारों के समय वाराणसी समेत पूर्वांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं को जमकर नजरअंदाज किया गया.

स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ: उन्होंने कहा कि, हालात ये थे कि 10 साल पहले पूर्वांचल में दिमागी बुखार के इलाज के लिए ब्लॉक स्तर पर इलाज के केंद्र नहीं थे. बच्चों की मृत्यु होती थी. पहले की सरकारें कुछ नहीं करती थीं. मुझे संतोष है कि बीते दशक में काशी ही नहीं पूर्वांचल के पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है. आज पूर्वांचल में दिमागी बुखार का इलाज करने के लिए 100 से अधिक केंद्र काम कर रहे हैं. 10 सालों में पू्र्वांचल के प्राथमिक और सामुदायिक केंद्रों में 10,000 से अधिक नए बेड जोडे़ गए हैं.

10 साल में बने 5.5 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर: पीएम मोदी ने कहा कि, 10 सालों में पूर्वांचल के गांवों में 5.5 हजार से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं. 10 साल पहले पूर्वांचल के जिला अस्पतालों में डायलिसिस तक की सुविधा नहीं थी. आज 20 से अधिक डायलिसिस यूनिट्स काम कर रही हैं. मरीजों को ये सुविधा मुफ्त मिल रही है.

उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के नए भारत ने हेल्थकेयर के प्रति पुरानी सोच और अप्रोच को बदल दिया है. आज आरोग्य से जुड़ी भारत की रणनीति के पांच स्तंभ प्रिवेंटिव हेल्थ केयर, समय पर बीमारी की जांच, मुफ्त और सस्ता इलाज व सस्ती दवाएं, छोटे शहरों में अच्छा इलाज और डॉक्टरों की कमी को दूर करना और स्वास्थ्य सेवा में टेक्नोलॉजी का विस्तार हैं.

पीएम ने चिकित्सा कक्षों का किया अवलोकन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल के चिकित्सा कक्षों का भी अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद अत्याधुनिक उपकरणों के बारे में जानकारी ली. साथ ही, मरीजों को दी जानी वाली सुविधाओं के बारे में भी स्टाफ से जानकारी ली. वहीं, उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने शंकराचार्य जी को सम्मानित किया. इसके साथ ही अस्पताल से जुड़े अधिकारियों ने उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित किया और शंकरा आई अस्पताल के बारे में लोगों को जानकारी दी.

अस्पताल की गैलरी में घूमे पीएम मोदी: अस्पताल के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल की गैलरी में लगी प्रदर्शनी को देखा. जहां अस्पताल की सेवाओं के साथ ही इसके द्वारा किए गए कार्यों, इससे जुड़े लोगों और उपलब्धियों के बारे में बताया गया था. बता दें कि, इस दौरान उनके साथ अस्पताल के शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मौजूद थे. इनके साथ ही साथ अस्पताल के अन्य लोगों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.

ये भी पढ़ेंः बनारस में पीएम मोदी की बड़ी घोषणा; MBBS की 75 हजार सीटें बढ़ेंगी, डॉक्टरों की कमी दूर करने का हो रहा प्रयास

वाराणसी: अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी वासियों को शंकरा नेत्रालय समर्पित किया. यह नेत्रालय आंखों के इलाज में एक वरदान है, जिससे न सिर्फ पूर्वांचल के लोगों को लाभ मिलेगा. बल्कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, नेपाल तक के लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा होगी.

काशी और हरिहरपुर के लोग शंकर नेत्रालय की सुविधा को लेकर कहा कि यह अस्पताल न सिर्फ आंखों के इलाज के लिए बेहतर है. बल्कि इससे गांव के लोगों को रोजगार मिलेगा. गांव का विकास होगा और लोग अपने जीविकोपार्जन को और भी ज्यादा बेहतर बना सकेंगे. लोगों ने बताया कि यह अस्पताल बन जाने से अब गरीबों को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई नहीं जाना पड़ेगा बल्कि काशी में ही वह अपना इलाज कर लेंगे. ऐसे में पहले इलाज के लिए वह जितना पैसा आने जाने में खर्च करते थे अब उतने ही पैसे में उनके यहां पर इलाज हो जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे में उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मौजूद थे. उन्होंने कहा कि, काशी ही नहीं बल्कि पूर्वांचल के पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है. हमारी मोक्षदायिनी काशी अब नई ऊर्जा के साथ, नए संसाधनों के साथ नवजीवन दायिनी भी बन रही है.

'हर हर महादेव' के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया. इसके साथ ही उन्होंने मंच पर मौजूद लोगों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इस पावन महीने में काशी आना अपने आप में पुण्य की अनुभूति होती. यहां काशी वासी तो हैं ही संतजनों और परोपकारियों का भी संग है. इससे सुखद संयोग भला क्या हो सकता है. आज काशी को, पूर्वांचल को एक और आधुनिक अस्पताल मिला है. भगवान शंकर की नगरी में आरजे शंकरा नेत्र अस्पताल आज से जन-जन के लिए समर्पित है.

लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा अस्पताल: उन्होंने कहा कि, मैं काशी के, पूर्वांचल के सभी परिवारजनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. हमारे शास्त्रों में कहा गया है 'तमसो मा ज्योतिर्गमय' यानी अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो. यह नेत्र अस्पताल वाराणसी और इस क्षेत्र के अनेकों लोगों के जीवन से अंधकार दूर करेगा. उन्हें प्रकाश की ओर से जाएगा. मैं इस नेत्र अस्पताल को देखकर आया हूं. एक प्रकार से यह आध्यात्मिकता और आधुनिकता का संगम है. यह अस्पताल बुजुर्गों की भी सेवा करेगा और बच्चों को भी नई रोशनी देगा.

युवाओं को मिलेगा रोजगार का बड़ा अवसर: पीएम मोदी ने कहा कि इस अस्पताल में बहुत बड़ी संख्या में गरीबों को मुफ्त इलाज मिलने वाला है. यहां के युवाओं के लिए भी यह अस्पताल रोजगार के अवसर लेकर आया है. यहां मेडिकल कॉलेजों के छात्र इंटर्नशिप, प्रैक्टिस कर सकेंगे. सपोर्ट स्टाफ के तौर पर भी यहां के अनेकों लोगों को काम मिलेगा. शंकरा आई फाउंडेशन के इस नेक काम से जुड़ने का इसके पहले भी मुझे अवसर मिला है. जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तब वहां भी शंकरा नेत्र अस्पताल खुला था.

एक दशक में काशी में हुए अनेक कार्य: उन्होंने कहा कि, वाराणसी में ही दो नए आधुनिक संस्थान मिलने जा रहे हैं. काशी की पहचान धर्म और संस्कृति की राजधानी के रूप में रही है. अब काशी उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के बड़े आरोग्य केंद्र, हेल्थ केयर हब के रूप में भी विख्यात हो रहा है. बीएचयू में ट्रॉमा सेंटर हो, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हो, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल और कबीरचौरा अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाना हो, बुजुर्गों और सरकारी कर्मचारियों के लिए विशेष अस्पताल हो, मेडिकल कॉलेज जैसे अनेक कार्य काशी में एक दशक में हुए हैं.

काशी बन रही है नवजीवन दायिनी: पीएम मोदी ने कहा कि, आज बनारस में कैंसर के इलाज के लिए भी आधुनिक अस्पताल है. पहले जिन मरीजों को दिल्ली, मुंबई जाना पड़ता था आज वे यहीं पर अपना इलाज करा पा रहे हैं. आज बिहार, झांरखंजड, छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों से हजारों लोग यहां उपचार के लिए आते हैं. हमारी मोक्षदायिनी काशी अब नई ऊर्जा के साथ, नए संसाधनों के साथ नवजीवन दायिनी भी बन रही है. पहले ही सरकारों के समय वाराणसी समेत पूर्वांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं को जमकर नजरअंदाज किया गया.

स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ: उन्होंने कहा कि, हालात ये थे कि 10 साल पहले पूर्वांचल में दिमागी बुखार के इलाज के लिए ब्लॉक स्तर पर इलाज के केंद्र नहीं थे. बच्चों की मृत्यु होती थी. पहले की सरकारें कुछ नहीं करती थीं. मुझे संतोष है कि बीते दशक में काशी ही नहीं पूर्वांचल के पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है. आज पूर्वांचल में दिमागी बुखार का इलाज करने के लिए 100 से अधिक केंद्र काम कर रहे हैं. 10 सालों में पू्र्वांचल के प्राथमिक और सामुदायिक केंद्रों में 10,000 से अधिक नए बेड जोडे़ गए हैं.

10 साल में बने 5.5 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर: पीएम मोदी ने कहा कि, 10 सालों में पूर्वांचल के गांवों में 5.5 हजार से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं. 10 साल पहले पूर्वांचल के जिला अस्पतालों में डायलिसिस तक की सुविधा नहीं थी. आज 20 से अधिक डायलिसिस यूनिट्स काम कर रही हैं. मरीजों को ये सुविधा मुफ्त मिल रही है.

उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के नए भारत ने हेल्थकेयर के प्रति पुरानी सोच और अप्रोच को बदल दिया है. आज आरोग्य से जुड़ी भारत की रणनीति के पांच स्तंभ प्रिवेंटिव हेल्थ केयर, समय पर बीमारी की जांच, मुफ्त और सस्ता इलाज व सस्ती दवाएं, छोटे शहरों में अच्छा इलाज और डॉक्टरों की कमी को दूर करना और स्वास्थ्य सेवा में टेक्नोलॉजी का विस्तार हैं.

पीएम ने चिकित्सा कक्षों का किया अवलोकन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल के चिकित्सा कक्षों का भी अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद अत्याधुनिक उपकरणों के बारे में जानकारी ली. साथ ही, मरीजों को दी जानी वाली सुविधाओं के बारे में भी स्टाफ से जानकारी ली. वहीं, उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने शंकराचार्य जी को सम्मानित किया. इसके साथ ही अस्पताल से जुड़े अधिकारियों ने उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित किया और शंकरा आई अस्पताल के बारे में लोगों को जानकारी दी.

अस्पताल की गैलरी में घूमे पीएम मोदी: अस्पताल के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल की गैलरी में लगी प्रदर्शनी को देखा. जहां अस्पताल की सेवाओं के साथ ही इसके द्वारा किए गए कार्यों, इससे जुड़े लोगों और उपलब्धियों के बारे में बताया गया था. बता दें कि, इस दौरान उनके साथ अस्पताल के शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मौजूद थे. इनके साथ ही साथ अस्पताल के अन्य लोगों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.

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