मेरठ: पेड़ों के जरिए भी मालामाल हुआ जा सकता है. कई किसान पेड़ों के जरिए अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं. चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ प्रमुख पेड़ों के बारे में.
1. पॉपुलरः टिंबर कारोबारी प्रदीप बंसल बताते हैं कि सहारनपुर में बड़े पैमाने पर प्लाई तैयार होती है. जितनी पॉपुलर की लकड़ी की डिमांड है उससे आधी भी सप्लाई नहीं मिल पा रही. इस वक़्त पॉपुलर के दाम भी सातवें आसमान पर हैं. पॉपुलर के मूल्य की बात करें तो इस वक़्त पॉपुलर की लकड़ी का रेट न्यूनतम 1500 रुपया प्रति कुंतल है. वैरायटी और गुणवत्ता के अनुसार रेट और भी ज्यादा है. अगर पेड़ सात से दस क्विंटल का भी है तो किसान के लिए काफी कमाई करा देगा. इसका पेड़ पांच से सात साल में तैयार होता है.
2. सफ़ेदा: सफ़ेदा के बारे में टिंबर मर्चेंट बताते हैं कि मेरठ स्पोर्ट्स सिटी में इसकी काफी डिमांड है. इसका पेड़ सात से आठ साल में बड़ा हो जाता है. एक अच्छी ग्रोथ वाला पेड़ करीब 12000 हजार रुपए से अधिक की कीमत रखता है. एफडी के लिहाज से यह काफी अच्छा है.
3. मालाबार नीम: मालाबार भी इसी प्रकार किसान को मालामाल क़र सकती है. सामान्य बाजार में इसकी कीमत 700 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक है. यह पेड़ एग्रो फॉरेस्ट्री में आते हैं.हालांकि कई बार इनकी क़ीमतों में समय अनुसार बदलाव भी हो सकता है. यह पेड़ तैया होने में पांच से सात साल का वक्त लगता है.
4. शीशम: इसका पौधा 50 से 100 रुपए में आता है. इसके पौधे को पेड़ बनने में 30 से 40 साल तक लगते हैं. मौजूदा समय में ऐसे पेड़ की कीमत करीब चार लाख रुपए से अधिक की आंकी गई है. पेड़ के आकार से उसकी कीमत में और इजाफा हो सकता है.
5. यूकेलिप्टस: यह किसानों का सबसे पसंदीदा पेड़ है. इसकी खेती में कम लागत है. इसके एक पौधे की कीमत करीब 7 से 8 रुपए होती है. एक हेक्टेयर में यूकेलिप्टस के 3000 हजार लग सकते हैं. इन पर करीब 25 हजार रुपए के आसपास का खर्च होता है. 5 साल में एक पौधा आपको 400 किलो के आसपास लकड़ी देगा. इसकी लकड़ी मौजूदा समय में 6 रुपए किलो बिक रही है. इस लिहाज से एक पेड़ की कीमत करीब 2400 रुपए के आसपास हो गई. बाकी आप अंदाज लगा सकते हैं.
बारिश का मौसम इन पौधरोपण के लिए सबसे मुफीद
उद्यान विभाग के मेरठ क्षेत्र के उपनिदेशक विनीत कुमार बताते हैं कि बारिश का मौसम किसानों के पौधरोपण के लिए बेहद मुफीद रहता है. इस वक्त आप आम, करौंदा, जामुन, नींबू, सहजन, इमली, कटहल समेत कई तरह के व्यावसायिक उपयोग वाले पौधे लगा सकते हैं. इनसे आपको अच्छा खासा रिटर्न मिल सकता है.
कुछ पेड़ों को काटने के लिए लेनी पड़ती अनुमति
सागौन समेत कुछ पेड़ संरक्षित की श्रेणी में आते हैं. इनको काटने से पहले वन विभाग से अनुमति लेनी पड़ती है. इसके लिए अनुमति की प्रक्रिया को पूरा करना होता है. व्यावसायिक उपयोग के लिए आप वन विभाग से पहले ही संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं.