बालोद: नगरीय निकायों में काम करने वाले प्लेसमेंट कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. अचानक हड़ताल पर जाने से विभाग का काम ठप पड़ गया है. नाराज कर्मचारियों का कहना है कि जबतक उनकी तीन सूत्री मांगें पूरी नहीं होंगी वो हड़ताल पर डटे रहेंगे. कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना के दौरान जान की परवाह नहीं करते हुए उन्होने काम किया. बावजूद इसके उनके काम का सम्मान विभाग ने नहीं किया. सालों से उनकी मांगे लंबित पड़ी हैं.
प्लेसमेंट कर्मचारियों की हड़ताल: अपनी तीन सूत्री मांगों के समर्थन में प्लेसमेंट कर्मचारी संघ नए बस स्टैंड परिसर में हड़ताल पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि ठेका प्रथा के तहत होने वाले भुगतान को जल्द से जल्द बंद किया जाए. कर्मचारियों की मांग है कि उनके हितों की रक्षा सरकार करे. नाराज कर्मचारियों की शिकायत है कि अभी तक विभाग की ओर से कोई भी अधिकारी उनसे बात करने के लिए आगे नहीं आया है.
परिवार चलाना हो रहा मुश्किल: कर्मचारियों का कहना है कि उनके आंदोलन से काम ठप पड़ा है. इस बात का दुख है लेकिन उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाना दुर्भाग्यजनक है. उनके छोटे बच्चे हैं परिवार है. सबकी जिम्मेदारी उनके कंधों पर है. ऐसे में अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो परिवार चलाना भी मुश्किल हो जाएगा.
प्लेसमेंट कर्मचारी संघ की मांग
- ठेका प्रथा बंद किया जाए.
- दस सालों से काम कर रहे कर्मियों को नियमित किया जाए.
- श्रम सम्मान निधि के तौर पर हर महीने 4 हजार दिया जाए.
- वेतन का मूल भुगतान सीधे नगरीय निकाय के जरिए खाते में हो.