अल्मोड़ा: उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले अल्मोड़ा के पीयूष खोलिया का जीवन काफी संघर्षमय रहा. सात साल पहले पिता को खो देने के बाद मां ने उसका हौसला बढ़ाया. पीयूष ने भी अपनी मां की आकांक्षाओं पर खरा उतर कर बोर्ड परीक्षा के नतीजे आने के बाद टॉपर बन कर दिखाया.
बचपन में ही पिता को खो दिया था: अल्मोड़ा के सुनारीनौला मोहल्ले में रहने वाले पीयूष खोलिया के पिता विवेकानंद इंटर कालेज में अध्यापक रहे. जब पीयूष कक्षा पांच में पढ़ते थे, तो उनके पिता का अचानक निधन हो गया. घर में अचानक दुख का पहाड़ टूट गया. पीयूष अपने घर के इकलौते पुत्र हैं. पीयूष की मां भगवती खोलिया विवेकानंद बालिका विद्या मंदिर जीवनधाम में शिक्षिका हैं. वह अपने पुत्र की अच्छी तरह परवरिश कर उसे हौसला देकर प्रेरित करती रहीं. मां ने पीयूष को विवेकानंद इंटर कॉलेज में दाखिला दिला अच्छी शिक्षा दिलाई और पूरी देखरेख की.
मां के संघर्ष से ली प्रेरणा: पीयूष को बचपन से ही घर में शैक्षिक वातावरण मिला था. पीयूष ने बताया कि पिता के चले जाने के बाद उन्होंने अपनी मां के संघर्ष को देखा, जो उन्हें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहा. उसी का परिणाम रहा कि पीयूष ने इंटरमीडिएट में टॉपर बन कर अपनी मां को वो खुशियां दी जो प्रत्येक माता पिता अपने बच्चाें से चाहते हैं.
पीयूष को दो विषयों में मिले शत प्रतिशत अंक: पीयूष खोलिया ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में दो विषयों में शत प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं. पीयूष को भौतिक विज्ञान एवं रसायन विज्ञान में 100-100 अंक मिले हैं. वहीं गणित में 95, जीव विज्ञान में 99, अंग्रेजी में 94 प्रतिशत अंक प्राप्त कर वह प्रदेश में सर्वोच्च स्थान पर हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने विषयों को रट कर नहीं, बल्कि समझ कर पढ़ा. वहीं परीक्षा के लिए समय प्रबंधन का ध्यान रखा. पढ़ाई के समय के साथ कोई समझौता नहीं किया.
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