पिथौरागढ़: शांत प्रदेश के नाम से पहचान रखने वाले उत्तराखंड में अपराध को कम करने के लिए पुलिस विभिन्न अभियान चलाकर अपराधियों पर लगाम लगाने का प्रयास कर रही है. इसी क्रम में पिथौरागढ़ पुलिस ने लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह और यातायात का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल पहुंचाया है.
बेरोजगारी का फायदा उठाकर कुछ लोगों द्वारा बेरोजगार युवाओं को नौकरी का प्रलोभन देकर ठगी करने के मामले सामने आ रहे हैं. वर्तमान में साइबर ठगों द्वारा ठगी के नये-नये तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बनाया जा रहा है. साइबर ठगों के मनसूबों को नाकाम करने के लिए एसपी रेखा यादव ने बताया कि माह फरवरी में दो युवकों की तहरीर पर कोतवाली में यूपी निवासी सुमित कुमार और मोहित कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया था. आरोपियों ने पीड़ितों को नौकरी लगाने के नाम पर 3,97000 रुपये का चूना लगाया था.
एसपी रेखा यादव ने बताया कि सुमित कुमार और मोहित कुमार की तलाश करने के लिए एक टीम को यूपी भेजा गया था. वहीं, साइबर सेल की मदद से टीम सुमित कुमार के घर तक पहुंच गई. आरोपी को न्यायालय से प्राप्त नोटिस दिया गया और सख्त हिदायत दी गई कि निर्धारित तारीख पर कोर्ट और पुलिस के समक्ष पेश हो, वरना गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी. वहीं, आरोपी मोहित कुमार की तलाश जारी है.
कोतवाली जौलजीबी गेट के पास चेकिंग के दौरान जौलजीबी बाजार की ओर से आ रही एक कार को रोककर चेक किया गया, जिसमें वाहन चालक किशन सिंह शराब के नशे में बिना कागजात के वाहन चलाते हुए पाया गया. वहीं, जब वाहन की तलाशी ली गई, तो 5-5 लीटर के दो जरिकेनों में कुल- 10 लीटर कच्ची शराब बरामद हुई. जिस पर पुलिस ने शराब परिवहन में प्रयुक्त वाहन को सीज कर दिया.
वहीं, पुलिस द्वारा चेकिंग अभियान के दौरान, यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 103 वाहन चालकों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई की गई है, जिसमें बिना हेलमेट/ रैश ड्राइविंग और शराब पीकर वाहन चलाते हुए पाये जाने पर कुल 7 वाहन सीज किए गए हैं. मिशन मर्यादा का उल्लंघन करने वाले कुल 39 लोगों के विरूद्ध पुलिस अधिनियम में कार्रवाई की गई.
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