नई दिल्ली : राजधानी की शाहदरा जिले की साइबर क्राइम टीम ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है जो कि लोगों को इन्वेस्टमेंट करने पर मोटा रिटर्न देने के नाम पर ठगी करता था. साइबर क्राइम टीम ने इस ग्रुप के एक ऐसे शख्स को धरदबोचा है जिसने निवेश के नाम पर एक व्यक्ति से 23.71 लाख रुपए से ज्यादा की ठगी की थी. आरोपी की पहचान रोहित कुमार (29) के रूप में की गई है जिसने ठगी करने के लिए कई बैंकों में करंट अकाउंट खोल रखे थे. इन बैंक अकाउंट में झांसे में फंसने वाले लोगों की रकम को ट्रांसफर करने का काम किया जाता था. पुलिस ने उसके कब्जे से 8 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड, 19 सिम कार्ड, 8 चेक बुक, पंजीकृत फर्मों के नाम की 3 स्टाम्प और एक लैपटॉप बरामद किया है.
शाहदरा डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने दी मामले की जानकारी
शाहदरा डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक, साइबर पुलिस स्टेशन में साइबर धोखाधड़ी से जुड़ा एक मामला दर्ज किया गया था. शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसको टेलीग्राम पर इन्वेस्टमेंट पर बढ़े हुए रिटर्न के वादे के साथ एक मैसेज मिला था. शुरुआत में उसकी तरफ से किए गए निवेश की रकम पर रिटर्न प्राप्त हो गया था. हालांकि, बाद में उनको इन्वेस्टमेंट के रूप में ठगी गई 23,71,633 रुपए की पिछली रकम की वसूली के लिए और अधिक पैसे निवेश करने के लिए कहा गया. शिकायतकर्ता को उसको उसकी इन्वेस्टमेंट की गई रकम नहीं मिली. इसके बाद उसको लगा कि उसके साथ 23,71,633 रुपए की धोखाधड़ी हो गई है.
बैंक ट्रांजेक्शन और मोबाइल सर्विलांस के आधार पर हुई गिरफ्तारी
इस मामले के संज्ञान में आने के बाद इसकी गंभीरता को देखते हुए एसीपी/ओपी गुरदेव सिंह की समग्र निगरानी और SHO/साइबर शाहदरा इंस्पेक्टर मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. टीम ने घटना के बारे में सभी अहम जानकारी एकत्र की और बैंक ट्रांजेक्शन की भी पड़ताल की. संदिग्ध शख्स की पहचान के बाद उसका मोबाइल सर्विलांस पर लगाया और उसकी टेक्नीकल जानकारियां एकत्र की गईं. इसके बाद 3 जून को छापेमारी की गई और रोहित कुमार नामक एक आरोपी शख्स को पकड़ लिया गया.
कमीशन के आधार पर काम करने का दिया झांसा
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी रोहित कुमार ने खुलासा किया कि एक व्यक्ति ने उससे संपर्क किया और कमीशन के आधार पर काम करने के लिए कहा. इस व्यक्ति ने उसे उस पते पर एक फर्म पंजीकृत करने के लिए एक जगह किराए पर लेने का निर्देश दिया था. रोहित ने एक जगह किराए पर ली और फर्म रजिस्टर कराई. इसके बाद, उसने दो अन्य आरोपी व्यक्तियों के लिए बचत खाते और अपने द्वारा पंजीकृत फर्म के नाम पर एक करंट अकाउंट (चालू खाता) खोल लिया.
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ठगी करने के लिए विभिन्न बैंकों में चालू खाते भी खोले
आरोपियों ने विभिन्न बैंकों में चालू खाते भी खोले. इसी तरह, उन्होंने उसी जगह पर रजिस्टर्ड दो अन्य फर्मों के लिए बैंक खाते खोले. रोहित ने इन बैंक खातों की डिटेल अपने सहयोगी को मुहैया कराई जिसके बदले में उसे मोटा कमीशन भी मिला. इन चालू खातों का इस्तेमाल फ्रॉड लोगों की ओर से ठगी करने वाली रकम को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था. मामले में गिरफ्तार आरोपी रोहित कुमार शकरपुर खास दिल्ली का रहने वाला है. पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है.
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