उत्तरकाशी: जसपुर-निराकोट रोड कटिंग के दौरान सिल्याण गांव में भूस्खलन की स्थिति गंभीर होती जा रही है. बीते दिन भूस्खलन अधिक होने के कारण पहाड़ी के ऊपर बनी गौशाला झूल रही है. वहीं करीब पांच भवनों के लिए खतरा अधिक बढ़ गया है. ग्रामीणों ने विभाग से जल्द सुरक्षात्मक कार्य करने की मांग की है.
जसपुर गांव के प्रधान जितेंद्र गुसांई व पूर्व प्रधान गब्बर सिंह ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के कारण जसपुर-निराकोट सड़क कटिंग के दौरान सिल्याण गांव के नीचे भूस्खलन शुरू हुआ था, जो पहले कम था. लेकिन गत सप्ताह भूस्खलन अधिक बढ़ गया और तीन भवनों में दरारें आ गई. वहीं दो अन्य भवनों के लिए भी खतरा बना हुआ है. गत सप्ताह हुए भूस्खलन के बाद भी विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे. समय पर सुरक्षा के उपाय न होने के कारण भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है. जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है.
पढ़ें-रुद्रप्रयाग डीएम ऑफिस बचाने के लिए नई पहल, भूस्खलन वाले स्थान पर लगाई गई कारपेट घास
प्रधान जितेंद्र गुसांई ने इसकी सूचना विभाग के अधिशासी अभियंता को दी. जिसके बाद घटना के आठ दिन बाद लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी खंड के अधिशासी अभियंता नीरज अग्रवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जहां पर ग्रामीणों ने उनसे जल्द ही सुरक्षात्मक कार्य करने की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही सुरक्षा के उपाय नहीं किए जाते तो हालात बिगड़ सकते हैं और कई परिवारों को खतरा पैदा हो सकता है. जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी. ईई नीरज अग्रवाल ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जल्द ही भूस्खलन जोन में सुरक्षात्मक कार्य शुरू किया जाएगा.