नई दिल्ली: 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दिल्ली में जगह-जगह योग शिविर का आयोजन किया गया. बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक महिला पुरुष व हर वर्ग के लोग योग करने के लिए जगह-जगह योग शिविर में पहुंचे. लोगों ने योग किया इसके साथ ही स्वस्थ जीवन के लिए योग को दिनचर्या में शामिल करने का संकल्प भी लिया.
दिल्ली के पुराने किले में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया और मिनिस्ट्री ऑफ़ कलर ने मिलकर योग शिविर का आयोजन किया. यहां पर एनसीसी के बच्चे और युवा भी योग में शामिल हुए. योग करने पहुंचे लोगों ने योग के महत्व को बताया. लोगों ने कहा कि योग से लोग शारीरिक मानसिक रूप से स्वस्थ होते हैं और आध्यात्मिक जीवन भी अच्छा होता है. बच्चों से लेकर बड़ों तक में देश के सभी लोगों से योग करने और स्वस्थ रहने का संदेश दिया.
बच्चे और युवा भी हुए शामिल
दिल्ली के पुराने किले में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया और मिनिस्ट्री ऑफ़ कलर ने मिलकर योग शिविर का आयोजन किया. यहां पर एनसीसी के बच्चे और युवा भी योग में शामिल हुए. योग करने पहुंचे लोगों से ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने योग के महत्व को बताया. लोगों ने कहा की योग से लोग शारीरिक मानसिक रूप से स्वस्थ होते हैं और आध्यात्मिक जीवन भी अच्छा होता है. बच्चों से लेकर बड़ों तक में देश के सभी लोगों से योग करने और स्वस्थ रहने का संदेश दिया.
योग से स्वास्थ्य व पौधरोपण से पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
पुराने किले के पास दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में ज़ू प्रबंधन और राष्ट्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय की ओर से योग शिविर का आयोजन किया गया. इसमें दिल्ली एनसीआर के विभिन्न स्कूलों के बच्चे और लोग योग करने के लिए पहुंचे. नेशनल जूलॉजिकल पार्क के डायरेक्टर डॉ संजीत कुमार ने कहा कि जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नारा दिया है एक पेड़ मां के नाम. सभी लोगों को कम से कम एक पेड़ लगाना चाहिए और उसकी देखने करनी चाहिए. पर्यावरण का संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है. धरती मां का श्रृंगार पेड़ पौधे हैं. उन्होंने पर्यावरण और धरती के संरक्षण के लिए पौधे लगाने और लोगों को स्वस्थ रहने के लिए योग करने का संदेश दिया.
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