नई दिल्ली: आजादी के 77 वे वर्षगांठ के मौके पर जहां पूरा देश स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा है, वहीं इस मौके पर भलस्वा डेयरी इलाके में लोगों के चेहरे पर मायूसी है. क्योंकि आजादी के अगले दिन ही पूरे इलाके में डिमोलिशन की बड़ी कार्रवाई हो सकती है. ऐसे में आज स्कूल की छुट्टी के बाद स्थानीय बच्चों ने अपने अभिभावकों के साथ तिरंगा लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के विरोध में रैली निकाली है.
जश्न-ए-आजादी कैसे मनाएं: भलस्वा डेयरी के लोगों ने जश्न-ए-आजादी को न मानने का फैसला किया है. यहां आज स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे अपने अभिभावकों के साथ तिरंगा लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के विरोध में रैली निकालते हुए दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि उन्हें हर वक्त यह डर बना रहता है कि कभी भी उनके घरों को तोड़ने के लिए बुलडोजर आ सकता है. बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में वह आजादी का जश्न कैसे मनाएं. इसीलिए आज वह प्रशासन का विरोध करते हुए तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं. तिरंगा यात्रा निकाल रहे छोटे-छोटे बच्चों का भी कहना है कि उनके घरों को उजाड़ने से बचा लिया जाए.
लोगों में दिखा काफी आक्रोश: दिल्ली हाईकोर्ट ने जब से भलस्वा डेयरी इलाके में डिमोलेशन के कार्यवाही का आदेश दिया है. तब से भलस्वा डेयरी इलाके में डिमोलिशन की तलवार लटक रही है. इससे पहले मंगलवार को प्रशासनिक अमला डिमोलिशन करने के लिए बुलडोजर लेकर पहुंचा तो लोगों में काफी आक्रोश दिखा. इस दौरान स्थानीय लोगों ने जेसीबी मशीन के टायर की हवा तक निकाल दिए.
अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया: प्रशासनिक अमला ने भलस्वा डेयरी के लोगों के आक्रोश को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाया. कई घंटे बाद जब जनप्रतिनिधि पहुंचे और मंत्री से बात करने के बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि आज डिमोलिशन नहीं होगी, तब जाकर गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन रोकते हुए सड़क को जाम मुक्त किया. गौरतलब है कि भलस्वा डेयरी इलाके में डिमोलेशन के कार्यवाही से यहां लोग परेशान और डरे हुए हैं. इस दौरान कई लोगों की तबीयत भी खराब हुई. कुछ लोग तो इस कदर डिप्रेशन का शिकार हुए कि आत्महत्या तक करने की कोशिश की.
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