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धनगढ़ी और पानोद नाले पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे लोग, मानसून में बढ़ती हैं परेशानियां - Ramnagar Dhangarhi Nala

Ramnagar Dhangarhi Nala हर साल मानसून सीजन में धनगढ़ी और पानोद नाला कहर बरपाता है. साल 2020 में धनगढ़ी और पानोद नाले पर पुल बनाने की कवायद शुरू हुई, लेकिन 4 साल बाद भी आज भी पुल तैयार नहीं हो पाया है. ऐसे में लोगों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है.

Ramnagar Dhangarhi Nala
धनगढ़ी नाला (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 7, 2024, 1:09 PM IST

धनगढ़ी नाले पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे लोग (video- ETV Bharat)

रामनगर: उत्तराखंड में बारिश का दौर लगातार जारी है. ऐसे में नेशनल हाईवे-309 पर स्थित धनगढ़ी और पानोद नाले का निर्माण कार्य साल 2020 नवंबर में शुरू हुआ था, लेकिन 4 साल बाद भी पुल नहीं बना है. जिससे वाहन चालकों के साथ-साथ यात्रियों को जान जोखिम में डालकर उफनते नाले को पार करना पड़ रहा है. बता दें कि अभी तक एक दर्जन से ज्यादा लोग इस नाले में अपनी जान गंवा चुके हैं.

उस वक्त राज्यसभा सांसद रहे अनिल बलूनी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर पुल निर्माण के लिए विशेष प्रयास किए थे. जिसके बाद प्रदेश सरकार ने पुलों के निर्माण को विशेष प्राथमिकता देते हुए केंद्र में पैरवी की थी. उसके बाद केंद्र सरकार ने धनगढ़ी और पानोद नाले पर पुलों के निर्माण को करीब 14 करोड़ की धनराशि जारी की थी. धनगढ़ी में 150 मीटर लंबाई का पुल सात करोड़ 65 लाख और पानोद नाले पर 90 मीटर लंबा पुल 6 करोड़ 35 लाख की लागत से बनने का कार्य साल 2020 नवंबर में शुरू हुआ था, जिसको 18 माह में पूरा करने की बात संबंधित कार्यदायी संस्था द्वारा की गई थी. लेकिन 18 माह में संस्था द्वारा कार्य नहीं किया गया. उसके बाद हाथी कॉरिडोर को देखते हुए इस पर वन विभाग द्वारा रोक लगा दी गई थी.

पिछले वर्ष एक बार फिर से वन विभाग द्वारा 6.50 मीटर और चौड़ाई 12 मीटर करने पर सहमति बनी और एक बार फिर मई 2024 से नेशनल हाईवे 309 पर धनगढ़ी-पानोद नाले पर पुल निर्माण का कार्य शुरू हो गया है. कार्यदायी संस्था को डेढ़ साल के भीतर पुल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.

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धनगढ़ी नाले पर जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे लोग (video- ETV Bharat)

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उस वक्त राज्यसभा सांसद रहे अनिल बलूनी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर पुल निर्माण के लिए विशेष प्रयास किए थे. जिसके बाद प्रदेश सरकार ने पुलों के निर्माण को विशेष प्राथमिकता देते हुए केंद्र में पैरवी की थी. उसके बाद केंद्र सरकार ने धनगढ़ी और पानोद नाले पर पुलों के निर्माण को करीब 14 करोड़ की धनराशि जारी की थी. धनगढ़ी में 150 मीटर लंबाई का पुल सात करोड़ 65 लाख और पानोद नाले पर 90 मीटर लंबा पुल 6 करोड़ 35 लाख की लागत से बनने का कार्य साल 2020 नवंबर में शुरू हुआ था, जिसको 18 माह में पूरा करने की बात संबंधित कार्यदायी संस्था द्वारा की गई थी. लेकिन 18 माह में संस्था द्वारा कार्य नहीं किया गया. उसके बाद हाथी कॉरिडोर को देखते हुए इस पर वन विभाग द्वारा रोक लगा दी गई थी.

पिछले वर्ष एक बार फिर से वन विभाग द्वारा 6.50 मीटर और चौड़ाई 12 मीटर करने पर सहमति बनी और एक बार फिर मई 2024 से नेशनल हाईवे 309 पर धनगढ़ी-पानोद नाले पर पुल निर्माण का कार्य शुरू हो गया है. कार्यदायी संस्था को डेढ़ साल के भीतर पुल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.

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