रामनगर: पर्यटन नगरी रामनगर में बिजली कटौती का जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने एक अलग अंदाज में विरोध किया. हाथों पर लालटेन लेकर सरकार और क्षेत्रीय विधायक के खिलाफ जनता का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों ने विद्युत विभाग कार्यालय में तालाबंदी कर दी.
पिछले करीब डेढ़ माह से पर्यटन नगरी रामनगर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार की जा रही कई घंटे तक की अघोषित विद्युत कटौती के कारण जहां एक ओर भीषण गर्मी में जनता का जीना मुश्किल हो गया, तो वहीं नगर व ग्रामीण क्षेत्र की पेयजल व्यवस्था भी पूरी तरह चौपट हो गई है. विद्युत कटौती के विरोध में रामनगर विद्युत कार्यालय में पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने विद्युत कार्यालय पहुंचकर प्रदेश सरकार और रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों ने विद्युत कार्यालय में तालाबंदी भी कर दी. इस दौरान पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी ने कहा कि विद्युत कटौती का कोई समय निर्धारित नहीं है. उन्होंने कहा कि लगातार विद्युत कटौती से जनता बुरी तरह परेशान हो चुकी है. ऊर्जा प्रदेश का दावा करने वाली सरकार के दावे आज पूरी तरह खोखले साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि आज के प्रदर्शन के बाद विभाग और सरकार ने जनता को इस कटौती से राहत नहीं दी, तो रामनगर में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा. संजय नेगी ने यह भी कहा कि रामनगर में अक्सर देखा गया है कि जनता की मूलभूत समस्याओं को लेकर रामनगर विधायक हमेशा गायब रहते हैं. उन्होंने कहा कि आज जनता में विधायक के खिलाफ भी आक्रोश बढ़ने लगा है.
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