कुचामनसिटी: डीडवाना में पिछले दिनों पुलिस कर्मियों पर हुए हमले के बाद अब पुलिस कार्रवाई का विरोध होने लगा है. पुलिस की कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को लोगों ने रैली निकालकर शहर में प्रदर्शन किया. यह रैली एसपी ऑफिस पहुंची. वहां लोग धरने पर बैठ गए. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. लोगों ने दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की भी मांग की.
इस प्रदर्शन में पूर्व विधायक चेतन डूडी, किसान नेता भागीरथ यादव के साथ ही कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता भी शामिल हुए. यह रैली जब एसपी कार्यालय पहुंची तो मुख्य गेट पर पुलिसकर्मियों ने लोगों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन लोग जबरन एसपी कार्यालय में घुस गए और एसपी को बाहर बुलाने की मांग पर धरने पर बैठ गए. आधे घंटे बाद जब एसपी धरने में पहुंचे तो उन्हें ज्ञापन दिया.
पढ़ें: डीडवाना में मारोठ पुलिस को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर पीटा, चार लोग हिरासत में
पूर्व विधायक चेतन डूडी ने पुलिस कार्रवाई को कानून के विपरीत बताया. उन्होंने कहा कि जो पुलिसकर्मी दौलतपुरा गांव में कार्रवाई करने पहुंचे थे, वे ना तो वर्दी में थे, ना ही पुलिस की गाड़ी में थे. इसके अलावा पुलिस में एफआईआर भी दर्ज नहीं थी. इसके बावजूद पुलिसकर्मी घर में घुस गए और महिलाओं बच्चों और परिजनों के साथ दुर्व्यवहार किया. जब लोगों ने इसका विरोध जताया, तो उल्टे पुलिस पर हमला कर मारपीट करने का मामला दर्ज कर लिया और उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है.
झूठे मामलों में फंसाने का आरोप: डूडी ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में कई मामलों में लोगों को झूठे प्रकरणों में फंसाकर रिश्वत लिए जाने की शिकायतें आ रही है, इसलिए पुलिस की मनमानी पर लगाम लगाई जाए. साथ ही इस मामले में लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों को पर तत्काल कार्रवाई की जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं होगी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.