कुचामनसिटी : डीडवाना शहर में स्थित जाट समाज के किसान छात्रावास की भूमि पर नगर परिषद की ओर से अपनी संपत्ति होने का बोर्ड लगाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. नगर परिषद की इस कार्यवाही को लेकर जाट समाज में रोष व्याप्त हो गया है. इसे लेकर सोमवार को जाट समाज के लोगों ने शहर में रैली निकाली और नगर परिषद कार्यालय का घेराव कर दिया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने नगर परिषद में घुसने का प्रयास किया, लेकिन वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इस पर आक्रोशित लोग नगर परिषद के मुख्य गेट के सामने ही धरने पर बैठ गए. इस मौके पर जाट समाज के लोगों ने नगर परिषद और आयुक्त के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही आयुक्त को तत्काल हटाने की मांग करते हुए उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
जाट समाज के कार्यकर्ता भागीरथ नेतड़ ने आरोप लगाया कि जिस जमीन को नगर परिषद ने अपनी संपत्ति बताते हुए बोर्ड लगाया है, वो जमीन जाट बोर्डिंग हाउस के नाम से राजस्व रिकार्ड में दर्ज है. इस खातेदारीशुदा जमीन पर किसान छात्रावास के नाम से बिल्डिग बनी हुई है. भवन में जाट समाज के बच्चे पढ़ाई और प्रतियोगिताओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन बिल्डिंग के पास में ही खाली पड़ी जमीन पर नगरपरिषद की ओर से एक बोर्ड लगा दिया गया. हालांकि, विरोध के बाद बोर्ड हटाया दिया गया है, लेकिन दबाव के चलते दोबारा वहां बोर्ड लगा दिया गया है, जबकि यह जमीन कभी भी नगर परिषद की नहीं रही. यह जमीन आज भी जाट बोर्डिंग हाउस के नाम से दर्ज है.
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समाज के लोगों ने कहा कि नगर परिषद की यह कार्रवाई पूरी तरह अवैध है और उसकी मंशा जाट समाज की जमीन पर कब्जा करने की है. उन्होंने आयुक्त पर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए आयुक्त को तत्काल हटाने की मांग की है. साथ ही मांग नहीं मानने पर उग्र आन्दोलन व प्रदर्शन की चेतावनी दी है. वहीं, डीडवाना नगर परिषद आयुक्त जब्बर सिंह ने कहा कि इस मामले में उन्हें कुछ पता नहीं है.