धौलपुर. आजादी से लेकर अब तक बाड़ी पंचायत समिति की कुदिन्ना ग्राम पंचायत के पांच गांव बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. पांच गांव में बिजली नहीं होने से ग्रामीणों को भ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने राजनेताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार अपनी परेशानी से अवगत कराया, लेकिन समस्या से निजात दिलाने की जहमत आत तक किसी ने नहीं उठाई. शुक्रवार को एक फिर ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन दिया है और गांव तक बिजली पहुंचाने की मांग की है.
सरपंच रमेश सिंह ने बताया कि आजादी से लेकर अब तक कुदिन्ना ग्राम पंचायत के गांव बसेड़िया पुरा, मगजीपुरा, लैशपुरा, सिमर्रा और उटुआ पुरा में बिजली नहीं पहुंच सकी है. विद्युत निगम एवं प्रशासनिक अधिकारियों की चौखटों पर सैकड़ों बार ग्रामीण चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन इन पांच गांव के ग्रामीणों को बिजली नसीब नहीं हो रही है. डांग क्षेत्र के यह पांच गांव सरकार और प्रशासन की उपेक्षा का शिकार हैं. छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने में असुविधा हो रही है. भीषण गर्मी के दौर में लोग बेहद परेशान हो रहे हैं.
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छात्र तकनीकी शिक्षा से वंचित : सरपंच ने बताया कि करीब 5 वर्ष पूर्व तत्कालीन जिला कलेक्टर ने डांग विकास योजना के तहत राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन सरकार द्वारा उस प्रस्ताव को निरस्त कर दिया गया. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें शासन और सिस्टम की घोर उपेक्षा झेलनी पड़ रही है. ग्रामीणों द्वारा विद्युत कनेक्शन की फाइल भी जमा कर दी गई है, लेकिन राहत की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है. पंचायत में दो स्कूल होने के बावजूद भी बच्चे कंप्यूटर आदि तकनीकी शिक्षा से वंचित हैं. स्थानीय ग्रामीण देवी राम ने बताया कि बिजली के अभाव में ग्रामीणों का जीवन नारकीय बन गया है.