धनबाद: 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को 10 वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी है, लेकिन धनबादवासी पीएम मोदी की इस सौगात से अछूते रह गए. क्योंकि धनबाद कोयलांचल के लिए एक भी वंदे भारत ट्रेन नहीं मिली है. यहां कोयलांचल के लोग वंदे भारत ट्रेन को निहार जरूर सकेंगे, लेकिन इसकी सवारी नहीं कर सकेंगे. क्योंकि वंदे भारत ट्रेन का धनबाद में ठहराव नहीं है. फिलहाल कोयलांचल में एयरपोर्ट भी नहीं है. धनबाद को वंदे भारत ट्रेन नहीं मिलने से यहां के लोगों में नाराजगी है और इसके लिए लोग स्थानीय सांसद पीएन सिंह को जिम्मेदार ठहरा रहें हैं.
धनबाद स्टेशन से यात्रा करने वाले लोगों का कहना है कि बीसीसीएल की बड़ी बड़ी खदानें यहां हैं, जो आय के मुख्य स्रोत हैं. बड़े उद्योगपति और व्यवसायी कोयले के व्यवसाय से सीधे जुड़े हैं. आईआईटी-आईएसएम हैं जहां सिर्फ दूसरे राज्य ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग पढ़ाई करने के लिए पहुंचते हैं, इसके अलावा डीजीमएस और देश के प्रमुख शोध संस्थान सिंफर यहां मौजूद है. इसके बावजूद वंदे भारत ट्रेन धनबाद को नही मिली है.
वहीं, आसनसोल से धनबाद ड्यूटी के लिए हर दिन आने जाने वाले यात्री ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन धनबाद को मिलनी चाहिए थी, दूसरे राज्य के लोगों का हर दिन यहां आना जाना लगा रहता है. ऐसे में वंदे भारत ट्रेन लोगों को सहूलियत के लिए काफी हद तक अच्छा रहता. छात्रा का भी कहना है कि कई तरह की परीक्षाओं के लिए उन्हें अक्सर दूर दराज जाना पड़ता है. ऐसे में वंदे भारत ट्रेन के मिलने से सफर में काफी सुविधा मिल सकती थी.
ये भी पढ़ें:
सबसे अधिक कोयला ढुलाई करने वाले रेल लाइन को नहीं मिली वंदे भारत, पलामू के इलाके के लोग हुए निराश