मुंगेर: बिहार के मुंगेर में गंगा के जलस्तर में बीते 3 दिनों से बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है. हर दिन एक फीट पानी बढ़ने से बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र सहित आसपास के कई गांवों को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया है. वहीं जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बरियारपुर प्रखण्ड की नया छावनी, आशा टोला, नीरपुर, कुमारपुर और अन्य शामिल है. आपदा विभाग के अनुसार मुंगेर में इस समय गंगा का जलस्तर 39.25 मीटर पर बह रहा है.
20 से 24 हजार लोग प्रभावित: वहीं पानी बढ़ने से लगभग 20 से 24 हजार लोग प्रभावित है. बाढ़ के बढ़ते जलस्तर ने बरियारपुर पावर सब स्टेशन को जलमग्न कर दिया है, सब स्टेशन में तैनात कर्मचारियों ने बताया कि बीते 3 दिनों से सब स्टेशन में पानी घुस गया है, लेकिन बिजली की आपूर्ति विभाग द्वारा की जा रही है. अगर पानी ज्यादा बढ़ता है तो ऊपर से जो अधिकारियों का आदेश प्राप्त होगा वैसा किया जायेगा.
प्रशासन से नहीं मिल कोई राहत: बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि बीते 1 महीनों से बाढ़ के पानी से परेशान हैं. पिछले 10 दिन पहले भी बाढ़ का पानी घरों में घुस गया था. फिर धीरे-धीरे पानी काम हो गया लेकिन पिछले 3 दिनों से गंगा का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है. पूरे गांव में 5 से 7 फिट पानी भर गया है. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में कई महिलाएं गर्भवती है, जिन्हें डॉक्टरों की आवश्यकता है, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा अभी तक ना नाव की व्यवस्था की गई ना ही खाने पीने सहित पशुओं के चारे की व्यवस्था की गई हैं.
"किसी भी तरह की सरकारी सहायता प्राप्त नही हुई है, ना ही किसी जनप्रतिनिधियों ने हमारी सुध ली है. गांव के अधिकतर लोग अपने बच्चों और बुजुर्ग परिजनों को लेकर गांव से बाहर सगे संबंधियों के यहां चले गए हैं. अगर इसी तरह गंगा के जलस्तर में पानी बढ़ता रहा तो स्तिथि भयानक हो जाएगी."- ग्रमीण
प्रशासन कर रही नाव का इंतजाम: मुंगेर के डीएम अवनीश कुमार ने कहा कि लगातार जलस्तर पर नजर रखी जा रही है. विधालयों को 21 तारीख तक बंद किया गया है. वहीं बता दें कि पानी घूसने की वजह से स्कूल को बंद कर शिक्षक सड़क किनारे बैठे नजर आ रहे हैं. वहीं स्कूल के मैदान में बाढ़ के पानी में गांव के बच्चे मस्ती भी कर रहे हैं. स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बताया कि कल पढ़ाई हुई थी और छुट्टी के समय तक आधा फीट बाढ़ का पानी स्कूल में घुसा था लेकिन आज स्कूल में तीन फीट से ज्यादा पानी लगा है.
"लगातार प्रशासन की टीम ग्रामीणों की मदद कर रही है. जहां भी नाव की जरूरत है, वहां उपलब्ध कराई जा रही है. पानी को देखते हुए स्कूलों को 21 सितंबर तक बंद कर दिया गया है."-डीएम अवनीश कुमार
मां चंडिका स्थान में घुसा पानी: मुंगेर के वासुदेवपुर में स्थित देश के 52 शक्तिपीठों में से एक चंडिका स्थान, जहां सती का बायां नेत्र गिरा था. यहां नेत्र की पूजा होती है. (चंडिका स्थान मंदिर) में बाढ़ का पानी घुस चुका है. पूजा पाठ के लिए मंदिर का पट बंद कर दिया गया है. गर्भ गृह में 5 से 6 फीट तक पानी भर गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर 39.61 तक पहुंचा गया, जो अभी और बढ़ने की उम्मीद है.
मंदिर के गर्भ गृह में घुसा पानी: चंडिका स्थान धार्मिक न्यास समिति के अनुसार आज सुबह लगभग 4 बजे से जल स्तर बढ़ने लगा. 2 घंटे में ही गर्भ गृह में पानी प्रवेश कर गया और लगभग 6 फीट तक पानी हो गया है. जिससे मां का नेत्र भी पूरी तरह पानी मे समा गया. अचानक बाढ़ का पानी मंदिर परिसर एवं मुख्य प्रवेश द्वार में प्रवेश कर जाने से सुरक्षा के दृष्टिकोण से मंदिर का गर्भ गृह का दरवाजा एवं मुख्य प्रवेश द्वार के गेट को बंद कर दिया गया है.
क्या कहते हैं मंदिर के पुजारी: वही मंदिर के पुजारी गजेंद्र महाराज ने बताया कि मां गंगा, चंडिका माता के चरण स्पर्श करने के लिए हर वर्ष आती हैं. वहीं पिछले साल बांध के कारण मां गंगा नहीं प्रवेश कर पाई लेकिन इस साल पूरे वेग से मां गंगा यहां चंडिका स्थान में आई हैं और मां चंडिका के चरण स्पर्श कर उसके आगोश में चली गई हैं.
"जब-जब मां गंगा, मां चंडिका से मिलन के लिए आती है, जिसके बाद इलाके से बाढ़ का पानी उतरने लगता है. पिछले 10 सालों का यह इतिहास है. यह अद्भुत संयोग है. 5 से 6 घंटे के अंदर गर्भ गृह में 5 से 6 फीट तक पानी घुस गया. फिलहाल सुरक्षा के मद्देनजर मुख्य गेट पर से ही श्रद्धालुओं को पूजा करवाया जा रहा है." - गजेंद्र बाबा,चंडिका स्थान के पुजारी
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