नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पिछले चार दिन से पड़ रही भयंकर गर्मी की वजह से बिजली की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है. सोमवार दोपहर 3:33 मिनट पर दिल्ली में बिजली की मांग ने अपना पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. दिल्ली का पीक पावर डिमांड आज 7572 मेगावाट पर पहुंच गई. दिल्ली में बिजली आपूर्ति करने वाली प्रमुख कंपनी बीएसईएस के द्वारा यह जानकारी दी गई है. पिछले साल 2023 का पीक पावर डिमांड 7438 मेगावाट था.
दिल्ली में अब तक का पीक पावर डिमांड 29 जून 2022 को सर्वाधिक 7695 मेगावाट रहा है. गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली का तापमान शुक्रवार को 47 डिग्री पहुंच गया था. जबकि रविवार को भी एक इलाके नजफगढ़ का तापमान 47 डिग्री तक रहा था. तापमान में इतनी अधिक बढ़ोतरी होने के चलते बिजली की पीक पावर डिमांड में बढ़ोतरी हो रही है. डिस्कॉम द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, इस साल मई में बिजली की अधिकतम मांग पिछले साल की तुलना में दैनिक आधार पर बढ़ रही है.
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अप्रैल 2024 में दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग 3,809 मेगावाट और 5,447 मेगावाट के बीच थी, जबकि 2023 में यह 3,388 मेगावाट और 5,422 मेगावाट थी. यह असमानता शहर के बिजली खपत पैटर्न पर मौसम के गहरे प्रभाव को उजागर करती है. एक डिस्कॉम अधिकारी ने कहा कि एसएलडीसी डेटा से यह भी पता चला है कि 2022 में 7,695 मेगावाट की रिकॉर्ड बिजली की मांग के बाद, इस साल दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग पहली बार आठ हजार मेगावाट के आंकड़े को पार कर सकती है और 82 सौ मेगावाट तक पहुंच सकती है. 2023 में दिल्ली की अधिकतम बिजली मांग 7,438 मेगावाट दर्ज की गई.
बीआरपीएल के दक्षिण और पश्चिम दिल्ली क्षेत्रों में अधिकतम बिजली की मांग जो 2023 और 2022 में गर्मियों के दौरान क्रमशः 3,250 मेगावाट और 3,389 मेगावाट थी. इस गर्मी में लगभग 3,679 मेगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है. दूसरी ओर, बीवाईपीएल के पूर्वी और मध्य दिल्ली क्षेत्रों में, अधिकतम बिजली की मांग जो 2023 और 2022 की गर्मियों के दौरान क्रमशः 1,670 मेगावाट और 1,752 मेगावाट तक थी इस साल उसके लगभग 1,857 मेगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है.
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