लखनऊ: पीडीएम मोर्चा ने लोकसभा चुनाव के लिए सात प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी की है. मोर्चे ने उन्नाव, कन्नौज, कानपुर , गाजीपुर, घोसी, सीतापुर और प्रयागराज सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. पीडीएम मोर्चा को ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम व अपना दल (कमेरावाद) ने मिलकर बनाया है.
रविवार को पीडीएम ने लोकसभा प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की है. जिसमें उन्नाव से धनीराम पाल, कन्नौज से दानिश अली, कानपुर नगर से राम आसरे पाल, गाजीपुर से सूबेदार बिंद, घोसी से प्रेमचंद उर्फ कांति निषाद, सीतापुर से काशिफ अंसारी और प्रयागराज से हंसराज कौल को अपना प्रत्याशी बनाया है.
बता दें कि, अपना दल कमेरावाद नेता पल्लवी पटेल ने एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के साथ मिलकर पीडीएम (पिछड़ा दलित मुस्लिम) न्याय मोर्चा का गठन किया है. जिसके बाद पीडीएम ने पहले सात सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए थे. जिसमें बरेली लोकसभा सीट से रियासत यार खान, हाथरस लोकसभा सीट से जयवीर सिंह धनगर, फिरोजाबाद से एडवोकेट प्रेम दत्त बघेल, रायबरेली से हाफिज मोहम्मद मोबीन, फतेहपुर से रामकृष्ण पाल, भदोही से प्रेमचंद बिंद और चंदौली से जवाहर बिंद को प्रत्याशी घोषित किया गया था.
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अपने सभी प्रत्याशियों को पीडीएम बैनर तले अपना दल कमेरावाद के सिंबल पर लड़ाने का फैसला किया था। ओवैसी ने यह फैसला राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए लिया था. विशेषज्ञों के मुताबिक, ओवैसी जानते है कि यदि एआईएमआईएम के प्रत्याशी चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें सिर्फ मुस्लिम वोट ही मिलेंगे, लेकिन अपना दल कमेरावाद के सिंबल पर लड़ाने पर पिछड़ा और दलित वोट बैंक में भी सेंध लगाई जा सकेगी.
वहीं पीडीएम मोर्चा की ओर से दूसरी लिस्ट जारी होने के कुछ ही घंटे के अंदर पल्लवी पटेल की पार्टी से कन्नैज प्रत्याशी डॉ. दानिश अली ने पलटी मार दी. दानिश अली ने ऐलान किया कि वह पीडीएम से टिकट वापस करेंगे, चुनाव नहीं लड़ेंगे, साथ ही समाजवादी पार्टी को समर्थन देंगे की भी घोषणा कर दी. दरअसल मुस्लिम कार्ड खेलकर पल्लवी पटेल सपा के लिए मुश्किलें खड़ी करना चाह रही थीं. लेकिन उनका दांव उल्टा पड़ गया.