डूंगरपुर: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मंगलवार को डूंगरपुर के चौरासी विधानसभा में बीएपी के साथ समझौते को लेकर अपनी मजबूरी बताई. उन्होंने कहा कि डूंगरपुर, बांसवाड़ा में कांग्रेस का एकमात्र मजबूत नेता महेंद्र जीत सिंह मालवीया था, जिसे कांग्रेस ने प्रधान से लेकर विधायक, मंत्री से लेकर सांसद और एआईसीसी का मेंबर तक बनाया. लोकसभा चुनावों में दोनों जिलों के कांग्रेस नेताओं ने मालवीया को उम्मीदवार बनाने की पैरवी की, लेकिन चुनाव आते ही मालवीया कांग्रेस को धोखा देकर भाजपा में चले गए. भाजपा ने उन्हें अपना कैंडिडेट बना दिया.
डोटासरा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए देशभर में सभी पार्टियां एकजुट हो गईं. उस समय सबसे पहली प्राथमिकता थी कांग्रेस का उम्मीदवार जितना चाहिए. इसके बाद कांग्रेस का नहीं तो इंडिया गठबंधन का उम्मीदवार जीते, लेकिन बीजेपी के उम्मीदवार को हराना था. बांसवाड़ा सीट पर कांग्रेस के सभी नेताओं से बात की, लेकिन कोई मालवीया के सामने लड़ने को राजी नहीं हुआ. मजबूरी में कांग्रेस को धोखा देने वाले और भाजपा को हराने के लिए बीएपी से समझौता करना पड़ा. जिसमें हम कामयाब हुए और भाजपा हार गई.
डोटासरा ने कहा कि भले ही सभी गठबंधन के खिलाफ थे, लेकिन मैं कहता हूं कि उस समय गठबंधन सही फैसला था. डोटासरा ने कहा कि चौरासी में कोई मजबूत कार्यकर्ता खड़ा होकर चुनाव लड़े और सभी एकजुट होकर उसे जिताने में लग जाओ. ऐसी स्थिति जिस दिन बने उस दिन कह देना, उसका टिकट फाइनल हो जाएगा. भीलवाड़ा में एक होटल के आगे पंडाल में हुई सभा में कांग्रेस के पूर्व मंत्री अर्जुनलाल बामनिया, एआईसीसी मेंबर दिनेश खोड़निया, डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा समेत कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की जनता के साथ धोखा हुआ है. लोगों के बीच झूठ फैलाया गया और बीजेपी सरकार में आ गई, लेकिन मुख्यमंत्री दिल्ली से आई पर्ची से बना. इसलिए हम कहते हैं पर्ची की सरकार, लेकिन पर्ची की ये सरकार भी अब सर्कस बन गई है, जहां कोई किसी की नहीं सुनता. प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी हावी है.
सरकार के मंत्री और विधायक की अधिकारी नहीं सुनते हैं. सरकार बनने के बाद से कांग्रेस के लगाए एक अधिकारी का ट्रांसफर तक नहीं कर पाए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सीएमओ का विजिट कर एक-एक आईएएस के कमरे का विजिट किया, लेकिन जो आईएएस नहीं मिले, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं कर सकते हैं.
सीएम के सचिवालय विजिट पर सवाल : डूंगरपुर दौरे पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से सचिवालय में किए गए दौरे पर सवाल उठाए. डोटासरा ने कहा कि सचिवालय में अधिकारियों के कमरे चेक करने की बजाय, अगर मुख्यमंत्री अतिवृष्टि से परेशान किसान और आमजन का दर्द जानने निकलते, तो ज्यादा अच्छा रहता. भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनता को भ्रमित करके, झूठ बोलकर, थोथे वायदे करके भाजपा सत्ता में आई, दिल्ली से आई पर्ची से सरकारें बनी है. उन्होंने राजनीतिक तंज करते हुए कहा कि सीएस कह रहे मेरी चलेगी. किरोड़ी कह रहे मेरी चलेगी, दूसरे मंत्री कह रहे मेरी चलेगी, लेकिन जनता कह रही किसी की नहीं चलेगी. सब पर्ची से चलेगा.
कनून व्यवस्था और अपराध पर सवाल : डूंगरपुर के कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार में स्थिति भयावह है. कानून व्यवस्था को लेकर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि रोजाना महिलाओं और बच्चियों के साथ दरिंदगी हो रही है. प्रदेश में अपराध रोक पाने में सरकार नाकाम है और सीएम का गृह जिला अपराध में टॉप पर है. अवैध धंधों के खिलाफ चल रहे अभियान पर डोटासरा ने कहा कि यहां तो सेटिंग का खेल अवैध खनन, अवैध शराब तस्करी में चल रही बंधी का उदाहरण है.