बांसवाड़ा. टीएडी विभाग की स्वच्छ परियोजना में सहायक परियोजना अधिकारी के रूप में कार्यरत मुकेश पाटीदार को विभाग ने निलंबित कर दिया है. पाटीदार पर आरोप है कि पाटीदार का बांसवाड़ा से डूंगरपुर ट्रांसफर कर दिया गया था. बावजूद इसके उन्हाेंने लाखों रुपए के चैक साइन कर संस्थाओं व केंद्रों को भुगतान किया है. इसके लिए उन्होंने कुछ फाइलों को बांसवाड़ा से डूंगरपुर भी मंगवाया था.
उदयपुर स्थित स्वच्छ परियोजना निदेशक की ओर से 12 जून को जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि वित्तीय गड़बड़ी के चलते सहायक परियोजना अधिकारी मुकेश पाटीदार को निलंबित किया गया है. उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए ट्रांसफर होने के बाद भी कई संस्थाओं को 11 लाख से ज्यादा का पेमेंट किया. इसके चलते निलंबित किया गया है. निलंबन काल के दौरान उनका मुख्यालय उदयपुर रहेगा.
गौरतलब है कि पाटीदार का 20 मार्च को बांसवाड़ा में संचालित स्वच्छ परियोजना के सहायक परियोजना अधिकारी के पद से डूंगरपुर स्थानांतरण कर दिया गया था. वहीं विभागीय सूत्रों का कहना है कि पाटीदार ने ट्रांसफर के बाद कुल 50 से ज्यादा चैक पर हस्ताक्षर किए हैं. इन चैक के जरिए कुल 11 लाख 35 हजार का पेमेंट हुआ है. इसी को विभाग ने गंभीरता से लेते हुए यह कार्रवाई की है. पाटीदार ने ज्यादातर पेमेंट मां-बाड़ी केंद्रों के प्रभारी के नाते किए थे.
यह होते हैं मां-बाड़ी केंद्र: आदिवासी अंचल में बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत पर छोटे स्कूलों का संचालन किया जाता है. जिनमें बच्चों को पौष्टिक भोजन के साथ ही आखर ज्ञान कराया जाता है. इनका संचालन बच्चों के घरों के आसपास ही किया जाता है जिससे उन्हें कहीं आना-जाना नहीं पड़े. स्वच्छ परियोजना के अंतर्गत आता है.