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लंबित मांगों को लेकर पटवारियों का कार्य बहिष्कार: आमजन और किसानों के ये काम हुए ठप - Work Boycott By Patwaris

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 9 hours ago

प्रदेश में पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण गिरदावरी का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. इसके अलावा भी आम लोगों और किसानों से जुड़े कई कार्य प्रभावित हुए हैं.

Work Boycott By Patwaris
पटवारियों का कार्य बहिष्कार (ETV Bharat Ajmer)
पटवारियों की हड़ताल से गिरदावरी सहित कई काम हुए प्रभावित (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर: प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण कई जगहों पर किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं. इन फसलों के नुकसान का मुआवजा किसानों को तब मिलेगा, जब नुकसान का आंकलन हो पाएगा. इसके लिए राज्य सरकार गिरदावरी के आदेश दे चुकी है, लेकिन प्रदेश में पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण गिरदावरी का काम खटाई में पड़ गया है. बल्कि आमजन और किसानों से जुड़े कई काम भी ठप हो गए हैं. पटवारियों का आरोप है कि गिरदावरी के लिए उन्हें उपलब्ध करवाया गया राज खसरा एप से गिरदावरी करना मुश्किल हो गया है. इसके अलावा कई लंबित मांगो को लेकर भी पटवारी आंदोलनरत हैं.

प्रदेश में राजस्थान पटवार संघ के आह्वान पर 8116 पटवारी कार्य बहिष्कार कर आंदोलनरत हैं. समस्त तहसीलों में पटवारी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलन का कारण राज खसरा एप और उनकी लंबित मांगे हैं. पटवारियों का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों को अनसुना करती आई है. लिहाजा इस बार जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. अजमेर तहसील में भी पटवारी आंदोलन जारी है.

पढ़ें: गिरदावरी एप में आ रही खामियों को दूर करने की मांग, प्रदेश के पटवारी पेन डाउन हड़ताल पर - Patwaris On Pen Down Strike

राजस्थान पटवार संघ के अजमेर जिला अध्यक्ष दीपक चौधरी ने बताया कि राज खसरा एप से गिरदावरी करने में पटवारियों को कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण गिरदावरी की गति काफी कम हो रही थी. चौधरी ने कहा कि पटवारी की मांग को राजस्थान पटवार संघ ने उच्च स्तर पर उठाया और एप में संशोधन की मांग की थी. 26 दिन बीत जाने के बावजूद एप में संशोधन नहीं किया गया. जिससे मजबूरन गिरदावरी के काम को रोक पटवारियों को आंदोलन की राह पकड़नी पड़ी. उन्होंने बताया कि राजस्व कार्मिकों को लैपटॉप और प्रिंटर उपलब्ध करवाने की बजट घोषणा होने के बावजूद पटवारी की समय पर पदोन्नति सहित कई लंबित मांगे हैं.

पढ़ें: आंदोलन की राह पर पटवारी: गिरदावरी एप की समस्याएं दूर करने की मांग, अब अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार - Work Boycott of Patwaris

ये है राजस्थान पटवार संघ की मांग:

  1. लोकेशन बफर जोन 50 मीटर के स्थान पर 350 मीटर किया जाए.
  2. लोकेशन डिसएबल का ऑप्शन पटवारी स्तर पर किया जाए.
  3. पटवारी की ओर से गिरदावरी सत्यापन करते समय लोकेशन मांगी जा रही है. सत्यापन के समय लोकेशन की बाध्यता को हटाया जाए.
  4. लोकेशन पर जाकर गिरदावरी करते समय सुरक्षा की दृष्टि से महिला पटवारी के लिए विभाग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिया जाए.
  5. एप से कार्य की गति को बढ़ाया जाए.
  6. राजस्व कार्मिकों को मोबाइल, लैपटॉप एवं प्रिंटर उपलब्ध करवाए जाए.
  7. विभागीय पदोन्नतियां समय पर हो.
  8. भू प्रबंध आयुक्त की ओर से जारी पटवारी की वर्षिता सूची को निरस्त किया जाए.
  9. पटवारी के अभाव अभियोग के निस्तारण शीघ्र किया जाए.

पढ़ें: पटवार संघ का अनोखा प्रदर्शन, सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट होकर जताया विरोध

यह काम हो रहे है प्रभावित: संघ के महामंत्री हिम्मत सिंह ने बताया कि नामांतरण, जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास, सीमा ज्ञान, संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों संबंधी कार्य, राजस्व वसूली कार्य, पत्थर गड़ी कार्य, नक्शों में तरमीम संबंधी कार्य, काश्तकार की भूमि विभाजन संबंधी प्रस्ताव तैयार करने संबंधी कार्य प्रभावित हो रहे हैं. वहीं भूमि आवंटन प्रस्ताव, विभिन्न प्रमाण पत्रों की जांच, कृषि गणना संबंधी कार्य, राजस्व रिकॉर्ड की प्रतिलिपि उपलब्ध करवाना, जनसुनवाई के कार्य, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कार्य, अतिक्रमण निस्तारण संबंधी कार्य, पेंशन प्रकरणों की जांच, खाद्य सुरक्षा आवेदन की जांच और भौतिक सत्यापन संबंधी कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.

तीसरे दिन भी हड़ताल पर डीडवाना के पटवारी: डीडवाना में पटवारी तीसरे दिन भी धरने पर बैठे हैं. पटवार घर आज भी बंद पड़े हैं. इसकी वजह से आम लोगों के रोजमर्रा के काम बाधित हो रहे हैं. लोगों को किसी भी प्रकार के दस्तावेजों की नकलें प्राप्त नहीं हो रही है. वहीं दूसरी ओर पटवारियों का कहना है कि जिला प्रशासन ने उन पर कार्य का अत्यधिक भार डाल रखा है. उन्हें बेवजह चार्जशीट व नोटिस थमाए जा रहे हैं, जो अनुचित है. इसके साथ ही पटवारी अपनी लंबित मांगों को भी पूरा करने की मांग कर रहे हैं.

पटवारियों की हड़ताल से गिरदावरी सहित कई काम हुए प्रभावित (ETV Bharat Ajmer)

अजमेर: प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण कई जगहों पर किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं. इन फसलों के नुकसान का मुआवजा किसानों को तब मिलेगा, जब नुकसान का आंकलन हो पाएगा. इसके लिए राज्य सरकार गिरदावरी के आदेश दे चुकी है, लेकिन प्रदेश में पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण गिरदावरी का काम खटाई में पड़ गया है. बल्कि आमजन और किसानों से जुड़े कई काम भी ठप हो गए हैं. पटवारियों का आरोप है कि गिरदावरी के लिए उन्हें उपलब्ध करवाया गया राज खसरा एप से गिरदावरी करना मुश्किल हो गया है. इसके अलावा कई लंबित मांगो को लेकर भी पटवारी आंदोलनरत हैं.

प्रदेश में राजस्थान पटवार संघ के आह्वान पर 8116 पटवारी कार्य बहिष्कार कर आंदोलनरत हैं. समस्त तहसीलों में पटवारी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलन का कारण राज खसरा एप और उनकी लंबित मांगे हैं. पटवारियों का आरोप है कि सरकार उनकी मांगों को अनसुना करती आई है. लिहाजा इस बार जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. अजमेर तहसील में भी पटवारी आंदोलन जारी है.

पढ़ें: गिरदावरी एप में आ रही खामियों को दूर करने की मांग, प्रदेश के पटवारी पेन डाउन हड़ताल पर - Patwaris On Pen Down Strike

राजस्थान पटवार संघ के अजमेर जिला अध्यक्ष दीपक चौधरी ने बताया कि राज खसरा एप से गिरदावरी करने में पटवारियों को कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण गिरदावरी की गति काफी कम हो रही थी. चौधरी ने कहा कि पटवारी की मांग को राजस्थान पटवार संघ ने उच्च स्तर पर उठाया और एप में संशोधन की मांग की थी. 26 दिन बीत जाने के बावजूद एप में संशोधन नहीं किया गया. जिससे मजबूरन गिरदावरी के काम को रोक पटवारियों को आंदोलन की राह पकड़नी पड़ी. उन्होंने बताया कि राजस्व कार्मिकों को लैपटॉप और प्रिंटर उपलब्ध करवाने की बजट घोषणा होने के बावजूद पटवारी की समय पर पदोन्नति सहित कई लंबित मांगे हैं.

पढ़ें: आंदोलन की राह पर पटवारी: गिरदावरी एप की समस्याएं दूर करने की मांग, अब अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार - Work Boycott of Patwaris

ये है राजस्थान पटवार संघ की मांग:

  1. लोकेशन बफर जोन 50 मीटर के स्थान पर 350 मीटर किया जाए.
  2. लोकेशन डिसएबल का ऑप्शन पटवारी स्तर पर किया जाए.
  3. पटवारी की ओर से गिरदावरी सत्यापन करते समय लोकेशन मांगी जा रही है. सत्यापन के समय लोकेशन की बाध्यता को हटाया जाए.
  4. लोकेशन पर जाकर गिरदावरी करते समय सुरक्षा की दृष्टि से महिला पटवारी के लिए विभाग से आवश्यक दिशा-निर्देश दिया जाए.
  5. एप से कार्य की गति को बढ़ाया जाए.
  6. राजस्व कार्मिकों को मोबाइल, लैपटॉप एवं प्रिंटर उपलब्ध करवाए जाए.
  7. विभागीय पदोन्नतियां समय पर हो.
  8. भू प्रबंध आयुक्त की ओर से जारी पटवारी की वर्षिता सूची को निरस्त किया जाए.
  9. पटवारी के अभाव अभियोग के निस्तारण शीघ्र किया जाए.

पढ़ें: पटवार संघ का अनोखा प्रदर्शन, सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट होकर जताया विरोध

यह काम हो रहे है प्रभावित: संघ के महामंत्री हिम्मत सिंह ने बताया कि नामांतरण, जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास, सीमा ज्ञान, संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों संबंधी कार्य, राजस्व वसूली कार्य, पत्थर गड़ी कार्य, नक्शों में तरमीम संबंधी कार्य, काश्तकार की भूमि विभाजन संबंधी प्रस्ताव तैयार करने संबंधी कार्य प्रभावित हो रहे हैं. वहीं भूमि आवंटन प्रस्ताव, विभिन्न प्रमाण पत्रों की जांच, कृषि गणना संबंधी कार्य, राजस्व रिकॉर्ड की प्रतिलिपि उपलब्ध करवाना, जनसुनवाई के कार्य, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कार्य, अतिक्रमण निस्तारण संबंधी कार्य, पेंशन प्रकरणों की जांच, खाद्य सुरक्षा आवेदन की जांच और भौतिक सत्यापन संबंधी कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं.

तीसरे दिन भी हड़ताल पर डीडवाना के पटवारी: डीडवाना में पटवारी तीसरे दिन भी धरने पर बैठे हैं. पटवार घर आज भी बंद पड़े हैं. इसकी वजह से आम लोगों के रोजमर्रा के काम बाधित हो रहे हैं. लोगों को किसी भी प्रकार के दस्तावेजों की नकलें प्राप्त नहीं हो रही है. वहीं दूसरी ओर पटवारियों का कहना है कि जिला प्रशासन ने उन पर कार्य का अत्यधिक भार डाल रखा है. उन्हें बेवजह चार्जशीट व नोटिस थमाए जा रहे हैं, जो अनुचित है. इसके साथ ही पटवारी अपनी लंबित मांगों को भी पूरा करने की मांग कर रहे हैं.

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