भोपाल. राजधानी भोपाल के लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक (Lokayukta Sp) के निर्देशन में शुक्रवार देर शाम एक ट्रैप की कार्रवाई की गई, जिसमें नर्मदा पुरम के पटवारी देवेंद्र सहरिया को 9 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया है. पटवारी पर आरोप थे कि उसने आवेदक का एक कार्य करने के लिए 40 हजार रु की रिश्वत मांगी थी. परेशान होकर आवेदक ने पटवारी की शिकायत लोकायुक्त एसपी से की थी.
काम के एवज में मांगी 40 हजार की रिश्वत
जानकारी के मुताबिक आवेदक इमारत लाल यादव ने 31 जनवरी को एक लिखित शिकायत की थी कि उनकी एक दुकान रसोलिया नर्मदा पुरम में स्थित है. उन्होंने यह दुकान अनिल अग्रवाल नामक एक व्यक्ति को किराए पर दी थी जिसपर किराएदार अनिल अग्रवाल द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया. इमारत लाल यादव अपनी उक्त दुकान खाली करवाने और धारा 145 सीआरपीसी की कार्रवाई कराने के लिए पटवारी देवेंद्र सहरिया के पास पहुंचे थे पर पटवारी (Patwari) ने इस काम के एवज में 40 हजार रु की रिश्वत मांगी.
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लोकायुक्त एसपी के निर्देश पर कार्रवाई
शिकायतकर्ता इमरतलाल की शिकायत मिलने के बाद इस शिकायत का तकनीकी रूप से सत्यापन कराया गया. इसके बाद लोकायुक्त एसपी के दिशा निर्देश पर शुक्रवार देर शाम पटवारी देवेंद्र सहरिया को 9 हजार रु की रिश्वत लेते पकड़ा गया और धारा 7 भ्रष्टाचार अधिनियम की कार्रवाई की गई. इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व लोकायुक्त डीएसपी संजय शुक्ला द्वारा किया गया. टीम में निरीक्षक उमा कुशवाहा, निरीक्षक विकास पटेल, प्रधान आरक्षक रविंद्र पवन, आरक्षक मुकेश परमार और आरक्षक अवध वाथवी शामिल रहे.