पटना: कर्मचारी संघ की हड़ताल के कारण पटना विश्वविद्यालय की परीक्षा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है. विश्वविद्यालय में 6 दिसंबर से शैक्षणिक से लेकर प्रशासनिक कार्य पूरी तरीके से ठप है. विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी हड़ताल पर हैं. विश्वविद्यालय के सभी कार्यालय में संघ ने तालाबंदी कर दी है. कुलपति कार्यालय में भी तालाबंदी है, जिसके कारण महत्वपूर्ण फाइलों का निपटारा कुलपति अपने आवास से कर रहे हैं और तालाबंदी के कारण कई कार्य नहीं हो पा रहे हैं.
अपनी 10 मांगों को लेकर हड़ताल पर कर्मचारी: पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह ने मंगलवार को अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कर्मचारी संघ के साथ मांगों पर सहमति दी गयी थी. उन्होंने प्रतिवेदन पेश करते हुए बताया कि कर्मचारियों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए कमेटी भी बनाई है.
7 मांगों पर सहमति: इसके साथ ही कर्मचारियों के लिए शिकायत कोषांग तैयार करने, अनुकंपा पर नियामानुसार कार्रवाई करते हुए 10 जनवरी 2025 तक अधिसूचना जारी करने की कर्मचारियों की मांग पर भी सहमति दी गई है. इसके अलावे सिनेट में कर्मचारियों के पांच प्रतिनिधि और सिंडिकेट में एक प्रतिनिधि को शामिल करने के लिये राज्य सरकार को पत्र भी भेजा गया है. उन्होंने कहा कि कर्मचारी संघ की 10 सूत्री मांगों में 7 मांगों पर सहमति दी गयी है. तीन मांग जिसमें एरियर का भुगतान, प्रभार और प्रोन्नति है. जो कि वित्तीय और समकक्षता के उल्लंघन से संबंधित है, उसे पूरा करने को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है.
रुकी हुई है शैक्षणिक गतिविधियां: कुलपति प्रो. अजय कुमार ने बताया कि वेतन समिति में नियामानुसार कर्मचारी संघ के एक प्रतिनिधि को नामित करने और कर्मचारियों को आवास मुहैया कराने के लिये 20 जनवरी 2025 तक डीपीआर निर्माण सहित अन्य मांगों को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय समिति और कर्मचारी संघ की ओर से सहमति दी गयी थी. कुलपति ने कहा कि इसके बावजूद भी कर्मचारी संघ अपनी बात रखने और कार्यकारिणी की बैठक के लिये तैयार नहीं हैं.
"कर्मचारी संघ से बात करने के लिये समिति के सदस्य बुधवार को घंटों इंतजार करते रहे, मगर कोई सदस्य बैठक में शामिल नहीं हुए. कर्मचारी संघ की जिद से विश्वविद्यालय का कार्य बाधित हो रहा है और शैक्षणिक गतिविधियां भी रुकी हुई है."- प्रो. अजय कुमार, कुलपति, पटना विश्वविद्यालय
क्या बोला पीयू कर्मचारी संघ?: वहीं दूसरी ओर पटना विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुबोध कुमार ने कहा कि बैठक से पहले ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से मंगलवार को शोकॉज किया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक शोकॉज वापस नहीं लिया जाता है, कर्मचारी संघ विश्वविद्यालय की ओर से गठित समिति से वार्ता नहीं करेगी.
"विश्वविद्यालय द्वारा गठित समिति के साथ जो पूर्व में बातचीत की गयी थी, उसके विपरीत फर्जी प्रतिवेदन पेश किया गया है. विश्वविद्यालय मांगों को मानने के बजाये तानाशाही कर रही है."- सुबोध कुमार, अध्यक्ष, पटना विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ
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